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CG के 36 गढ़ों में से एक मारो के प्राचीन किले में लगी भयंकर आग, सबकुछ जलकर खाक

किले के चारों तरफ झाडिय़ों व पेड़ में लगी आग की लपटों ने आसपास के घरों को भी चपेट में ले लिया।

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नवागढ़ /बेमेतरा. मारो के प्राचीन किले में रविवार को दोपहर आग लग गई। किले के चारों तरफ झाडिय़ों व पेड़ में लगी आग की लपटों ने आसपास के घरों को भी चपेट में ले लिया। मारो में फायर ब्रिगेड होने के बाद भी तैनात होमगार्ड के मौजूद नहीं रहने पर पार्षद स्वयं फायर ब्रिगेड को चलाते हुए स्थल पर पहुंचे, लेकिन पाइप खराब होने की वजह से काम नहीं आया।

मारो के प्राचीन किले में रविवार को दोपहर लगभग डेढ़ बजे आग लग गई। खबर लगते ही मारो नगर की जनता मौके पर आग बुझाने के लिए जुट गई। लेकिन मारो नगर पंचायत को आग बुझाने के लिए मिला फायर ब्रिगेड की सेवा समय पर इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि इसके लिए तैनात होम गार्ड के जवान मौके से नदारद थे।

पार्षद चलाकर लाया फायर ब्रिगेड
किले की चार दिवारी को जलता देख पार्षद धनीराम निर्मलकर ने फायर ब्रिगेड को चलाते हुए स्थल तक लेकर आए और आग बुझाने की शुरुआत की। किले के चारों तरफ झाडिय़ों व पेड़ में लगी आग की कलपटों ने आसपास के घरों को चपेट में ले लिया, महल तो बच गया पर पड़ोसी दीवान पाटिल, जो 80 वर्षीय वृद्ध मां के भरोसे घर छोड़कर कमाने-खाने बाहर गया है, उसका घर जलकर खाक हो गया। लोगों के प्रयास के बाद भी कुछ नहीं बचाया जा सका।

शादी की खुशी मातम में तब्दील
आग की तेज लपट से नारायण ढीमर के घर पर लगी आग ने क्षति पहुंचाई। कल तक जिस घर में शादी की खुशी थी, आज लोग बिलखते रहे। परमेश्वर ठाकुर, महेत्तर ढीमर, धनश्याम श्रीवास व संतराम पाटिल का घर भी आग से क्षतिग्रस्त हुआ। कितनी की क्षति किसे-किसे हुई इसका वास्तविक आंकलन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा।

मारो नगर पंचायत में फायर ब्रिगेड मौके पर रहकर भी सार्थक साबित नहीं हो पाया। नवागढ़, बेमेतरा, थानखम्हरिया से फायर ब्रिगेड शाम 6 बजे के बाद पहुंचे, तब तक जो होना था हो चुका था। घटना के तीन घंटे बाद मौके पर तहसीलदार साहू ही पटवारी के साथ पहुंचे थे। दो दिन पूर्व में ग्राम बैजी में हुई आगजनी की घटना के बाद भी प्रशासन का सबक नहीं लिया जाना चिंता का सबब है।

किले की पुरानी चारदिवारी में लगे पेडे-पौधों और झाडिय़ों में डेरा जमाए लगभग आधा दर्जन अजगर जल गए। किले की सुरक्षा के लिए खोदे गए गड्ढों में भरे पानी भी काम नहीं आए। यही नहीं आग की तपिश से तालाब की मछलियां भी मर गई। इसके अलावा अन्य जीव भी प्रभावित हुए।

मारो चौकी प्रभारी आनंद कोमरा ने बताया कि आगजनी से किसी भी प्रकार की मानवीय क्षति नहीं हुई है। महल सुरक्षित है, केवल झाडिय़ों में आग लगी थी। कुछ लोगों का घर प्रभावित हुआ है। होमगार्ड के जवान फायर ब्रिगेड की पाइप के क्षतिग्रस्त होने के कारण घर चले गए थे, जो सूचना मिलते ही आए। घटना की सूचना पर एसडीओपी व नायब तहसीलदार गए थे। आग पर काबू पा लिया गया है।

खुल गई व्यवस्था की पोल
मारो नगर पंचायतद उपाध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बेमेतरा जिले को मिले नए फायर ब्रिगेड ने व्यवस्थआ की पोल खोल दी है। मारो फायर ब्रिगेड का बिगडऩा और पाइप फटना चिंताजनक है। बेमेतरा जिला मुख्यालय से मारो तक के लिए चारो तरफ बनाई गई चमचमाती सड़क है, लेकिन 5 से 7 घंटे में फायर ब्रिगेड का आना कहीं न कहीं लापरवाही का नतीजा है।

्प्रदेश के 36 गढ़ों में प्रमुख गढ़ है मारो
नवागढ़ तहसील के प्रमुख नगर मारो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है, जो प्राचीन समय में 36 गढ़ का एक प्रमुख गढ़ रहा है। मारो में प्राचीन किला आज भी मौजूद है। किले के चारों ओर खाई है, जिसमें पानी भरा हुआ है। किले को राजा ने अखाड़े के लिए दान में दे दिया गया था। रविवार को हुई आगजनी की घटना से प्राचीन किला एक बार फिर से चर्चा में है।