
5000 एकड़ में लगी टमाटर की फसल चौपट (Photo Patrika)
CG News: बेमेतरा जिले के साजा ब्लॉक में टमाटर की खेती करने वाले किसानों को इस सीजन में लाखों रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। चक्रवाती तूफान, बेमौसम बारिश, और अत्यधिक नमी के कारण फैले फंगल संक्रमण (फफूंद रोग) ने टमाटर की लाखों रुपये की फसलें बर्बाद कर दी हैं, जिससे किसान हताश हैं और उन पर गंभीर आर्थिक संकट मंडरा रहा है।
जिला मुयालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित पदमी, पदुमसरा, धिवरी, गिधवा, हथमुड़ी, बोरिया, खैरझिटी समेत कई टमाटर उत्पादक गांवों में फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। उद्यानिकी विभाग के अनुसार साजा ब्लॉक में 2000 हेक्टेयर (5000 एकड़) से अधिक रकबे में टमाटर की खेती होती है, जिसमें से प्रभावित 12 गांवों में सैकड़ों एकड़ की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है। किसानों को प्रति एकड़ 60 हजार रुपए से अधिक के संभावित लाभ का नुकसान हुआ है और अब वे लागत निकालने में भी असमर्थ हैं।
किसानों ने बताया कि मौसम के अचानक बदलाव ने टमाटर की नाजुक फसल को दोहरा नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश से खेतों में जलभराव हो गया, जिससे पौधों की जड़े गलने लगीं। किसान गुड्डा पटेल ने बताया कि खेतों में लगे पौधे सूखने लगे हैं, कच्चे टमाटर दागदार होकर खराब हो रहे हैं और पके हुए टमाटर भी गिर रहे हैं। फंगल फल सड़न और पत्ती मोड़क विषाणु रोग जैसे रोग तेजी से फैल रहे हैं। किसान महेश पटेल ने ‘ब्लाइट फंगस’ की आशंका जताते हुए बताया कि यह फंगस एक-एक करके कई गांवों की फसल को चौपट कर चुका है।
ग्राम टुरासेमरिया से महेश पटेल, बेदराम पटेल, रामेश्वर पटेल, राममिलन पटेल, उत्तम पटेल, खेमन पटेल, पदमी से परीक्षित पटेल, भगवती पटेल, रामायण पटेल, सुरेश पटेल,अजय पटेल ग्राम बोरिया से हुकेश पटेल, रामायण पटेल, दोहइराम पटेल, संतोष पटेल टारकेश्वर पटेल, मिलन राम शामिल है।
कृषि विज्ञान केंद्र झॉल के वैज्ञानिक डॉ. डोमन सिंह टेकाम ने फसल का निरीक्षण करने के बाद फंगस के प्रकोप की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि समय रहते उपचार करना आवश्यक था। उन्होंने किसानों को भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए फसल चक्र परिवर्तन करते रहने की सलाह भी दी। उद्यानिकी विभाग के बुधन गुलेरी ने किसानों को सब्जी की खेती में अत्यधिक कीटनाशकों के उपयोग से बचने की सलाह दी। फसल की पैदावार खराब होने के कारण, बेमेतरा के स्थानीय बाज़ार में अब बैंगलोर और अंबिकापुर क्षेत्र के टमाटर खप रहे हैं, जिसका सीधा असर टमाटर के दाम बढ़ने के रूप में दिखाई दे रहा है।
Updated on:
07 Nov 2025 01:29 pm
Published on:
07 Nov 2025 01:28 pm
बड़ी खबरें
View Allबेमेतरा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
