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CG News: जवानों की कलाई पर सजेगी छत्तीसगढ़ की राखी, बेमेतरा की बहनों ने सैनिकों के नाम भेजीं 6000 राखियां

CG News: बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने की तैयारी में है। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्वयं सहायता समूहों की हजारों महिलाओं ने एक अनोखा और प्रेरणादायी कार्य किया है।

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CG News: जवानों की कलाई पर सजेगी छत्तीसगढ़ की राखी, बेमेतरा की बहनों ने सैनिकों के नाम भेजीं 6000 राखियां

बेमेतरा की बहनों ने सैनिकों के नाम भेजीं 6000 राखियां (Photo Patrika)

CG News: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर जहां हर बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने की तैयारी में है। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्वयं सहायता समूहों की हजारों महिलाओं ने एक अनोखा और प्रेरणादायी कार्य किया है। उन्होंने देश की सीमाओं पर तैनात 6000 से अधिक वीर जवानों के लिए राखियां भेजीं, जिनमें बंधा है अपार स्नेह, सम्मान और राष्ट्रभक्ति।

यह अभियान महिला एवं बाल विकास विभाग, बेमेतरा के मार्गदर्शन में चलाया गया। राखियां हाथों से बनाकर उन्हें प्यारे संदेशों और शुभकामनाओं के पत्रों के साथ सम्मानपूर्वक पैक किया गया। हर एक राखी, एक बहन के दिल की आवाज़ बनकर वीर सैनिकों तक पहुँचेगी, यह संदेश लेकर कि वे केवल वर्दीधारी नहीं, बल्कि हर घर के बेटे और हर बहन के भाई हैं।

यह केवल राखियां नहीं, नारी शक्ति का राष्ट्र के प्रति समर्पण है, ये महत्वपूर्ण

जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया ने कहा कि रक्षा सूत्र भेजने तक सीमित नहीं है। यह नारीशक्ति की राष्ट्रभक्ति, भावनात्मक एकजुटता और सम्मान का प्रतीक है। बेमेतरा की महिलाओं ने यह दिखाया कि देशभक्ति केवल बंदूक या वर्दी से नहीं, बल्कि स्नेह, त्याग और भावना से भी प्रकट की जा सकती है। पूरे जिले में इस पहल ने एक सकारात्मक ऊर्जा और गर्व का माहौल निर्मित किया है।

देश की सरहदों पर तैनात भाइयों के लिए हमारी राखियां और दुआएं

बेमेतरा सेक्टर कंतेली की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता वर्मा ने कहा कि हमारी तरफ से उन भाइयों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं जो दूर सरहद पर हमारी रक्षा कर रहे हैं। यह राखी उनके साहस और बलिदान को हमारा नमन है। वे सुरक्षित रहें, यही हमारी दुआ है। वहीं सहायिका संतोषी साहू (वार्ड 15) ने अपने पत्र में लिखा की आप हमारे लिए सिर्फ सैनिक नहीं, परिवार का हिस्सा हैं।

बहनों का यह संदेश देश के हर कोने में गूंजे

रक्षाबंधन पर जब देशभर में भाई-बहन के रिश्ते को बांधने वाली राखियाँ बांधी जाएंगी, तब बेमेतरा की महिलाओं द्वारा भेजी गई राखियाँ सीमाओं पर तैनात सैनिकों की कलाई पर बंधकर उनके मनोबल को और ऊंचा करेंगी। यह प्रमाण है कि जहां बहन का प्यार होता है, वहां कोई दूरी मायने नहीं रखती।