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CM की सभा में हंगामा : युवक बोला- मेरे जीवित पिता को सिस्टम ने मार दिया, अब हम यहीं आत्मदाह करेंगे

शिवराज सिंह चौहान शनिवार को फसल बीमा की राशि बांटने बैतूल पहुंचे थे। यहां शिवराज द्वारा संबोधित करने से कुछ ही क्षण पहले एक 24 वर्षीय युवक ने हंगामा शुरु कर दिया।

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CM की सभा में हंगामा : युवक बोला- मेरे जीवित पिता को सिस्टम ने मार दिया, अब हम यहीं आत्मदाह करेंगे

बैतूल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को फसल बीमा की राशि बांटने बैतूल पहुंचे थे। यहां शिवराज द्वारा संबोधित करने से कुछ ही क्षण पहले एक 24 वर्षीय युवक ने हंगामा शुरु कर दिया। युवक यहां अपने 70 वर्षीय पिता के साथ आया था और सभा के शुरु होते ही उसने जोर जोर से चीखना शुरु कर दिया। सभा की व्यवस्था में तैनान पुलिसकर्मियों और मौजूद लोगों को उस समम हैरानी हुई, जब उन्होंने युवक के मूंह से उसके पिता को जिंदा करने की बात कही, जबकि युवक का पिता उसी के साथ मौजूद था।

करीब 10 मिनट के हंगामे के बाद भी जब पिता-पुत्र ने पुलिस की बात नहीं मानी तो पुलिस दोनों को लेकर कोतवाली थाने आ गई। खुद एसपी सिमाला प्रसाद को सामने आकर हंगामा शांत कराना पड़ा।

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बुजुर्ग को सिस्टम ने कागजों पर मार डाला

दरअसल, युवक अपने बुजुर्ग पिता को लेकर कह रहा था कि, 17 साल पहले सिस्टम ने उसे कागजों में मार डाला, साथ ही उनकी जमीन भी हड़प ली, जिसके बाद अब वह सालों से खुद को जिंदा साबित करने की जद्दोजहद में एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे और दफ्तर के चक्कर काटते हुए सिस्टम से लड़ रहे हैं। पीड़ित के बेटे का कहना है कि, जमीन हड़पने वाले आरोपी अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। पिता-पुत्र का कहना था कि, अगर आज मुख्यमंत्री की इस सभा में उनकी ओर से इंसाफ नहीं मिला तो वो इसी सभा में आत्मदाह कर लेंगे।

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यह है पूरा मामला

70 साल के तिलकचंद धाकड़ का आरोप है कि उनके रिश्तेदार शिवरति और राजेंद्र ने ठेकानामा बनाने की आड़ में उनके परिवार वालों से कई कागजों पर दस्तखत करवाए थे। इसके बाद 11 दिसंबर 2000 को किए गए नामांतरण में उन्हें मृत घोषित कर दिया। साथ ही उनके नाम से गांव देवभिलाई में 2.732 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा ली गई। पीड़ित ने धोखाधड़ी में पटवारी हरिदास और RI पूनम की भी खास भूमिका रहने का आरोप लगाया। अब ये बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है। उसने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से लेकर कलेक्टर तक इस मामले की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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