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प्रधानमंत्री आवास के लिए तुड़वा दिया घर, अब खुले में रहने को मजबूर वृद्ध महिला!

PM Awas installment: प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी किस्त नहीं मिलने से एक वृद्ध महिला खुले में सोने को मजबूर है। महिला का आधा-अधूरा बना मकान खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।

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बेतुल

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Akash Dewani

Aug 30, 2025

अंगीकार 2025 अभियान! शहरी गरीबों तक पहुंचेगा पक्का घर और उज्ज्वल भविष्य, मिलेंगी ये सारी सुविधा...(photo-patrika)

अंगीकार 2025 अभियान! शहरी गरीबों तक पहुंचेगा पक्का घर और उज्ज्वल भविष्य, मिलेंगी ये सारी सुविधा...(photo-patrika)(फोटो- Patrika.com)

PM Awas installment:बैतूल जिले के मुलताई के ग्राम पंचायत पाबल निवासी वृद्ध महिला प्रधान मंत्री आवास की दूसरी किश्त नहीं मिलने से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। महिला द्वारा सरपंच के कहने पर कर्ज लेकर दीवार तो खड़ी कर ली गई लेकिन अब छत नहीं होने से प्लास्टिक आदि डालके बारिश से बचने की कवायद की जा रही है। (mp news)

लापरवाही का शिकार हुई योजना

फुलवा बेवा भादू पंडोले ने बताया प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) की लापरवाही का शिकार होकर खुले में रहने को मजबूर हैं। योजना के तहत उन्हें 25 हजार की पहली किश्त दी गई, जिससे उन्होंने अपना कच्चा घर तुड़वाकर नया मकान बनाने का कार्य शुरु किया। लेकिन उसके बाद से उन्हें दूसरी किश्त नहीं मिली, जिसके चलते अधूरा मकान खंडहर बनकर खड़ा है और बरसात में खुले आसमान तले रहने को विवश हैं।

वृद्धा ने बताया कि पंचायत ‌द्वारा बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि राशि आएगी, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई मदद नहीं मिल रही। मजबूरी में वह कीचड़ भरी जगह पर टीन-फट्टे आदि डालकर रह रही हैं। लगातार बारिश में उनका जीवन दूभर हो गया है। उन्होंने बताया न तो जनपद और न ही ग्राम पंचायत सरपंच उनकी मदद कर रहे हैं।

सरपंच ने कहा-कर्ज ले लो, पर अब मुकर रहा

परेशान वृद्धा ने बताया कि सरपंच ने शुरु में उनसे कर्ज लेकर निर्माण कार्य जारी रखने की बात कही थी, लेकिन अब पल्ला झाड़ते हुए कह रहे हैं कि उनके हाथ में कुछ नहीं है। बेबस महिला ने अपने पड़ोसियों की मदद से 131 पर शिकायत भी दर्ज कराई, परंतु वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अब हालात यह हैं कि एक वृद्ध महिला चार किलोमीटर दूर जनपद पंचायत के चक्कर लगाने को मजबूर है, परंतु अधिकारी और जनप्रतिनिधि सभी चुप्पी साधे हुए हैं। मामले से जिम्मेदार झाड़ रहे पल्ला पूरे मामले में पाबल सचिव विष्णु देशमुख से इस संबंध में पूछने के लिए कई बार फोन किए गए लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।