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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलेट्स यानि मोटे अनाज के जबर्दस्त मुरीद हैं। वे जब तब इसकी प्रशंसा करते रहते हैं, लोगों को इसे खाने की सलाह देते रहते हैं। अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी पीएम मोदी, मोटे अनाज के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए लोगों से अपील कर चुके हैं। इन अनाजों को सुपरफूड भी कहा जाता है। पीएम के ये पसंदीदा मोटे अनाज अब एमपी में बेहद सस्ते दामों पर घर घर बांटे जाएंगे। इसके लिए नई व्यवस्था बनाई गई है जिसके अंतर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राशन दुकानों से मिलेट्स यानि मोटा अनाज बांटा जाएगा। इसकी शुरुआत ज्वार से होगी।
मिलेट्स (मोटे अनाज) को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अब इसका वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन दुकानों से करने की तैयारी कर रही है। बैतूल जिले के छह ब्लॉकों में मोटे अनाज ज्वार का वितरण करने आवंटन जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। दुकान से राशन कार्डधारियों को इसका वितरण किया जाएगा। अधिकतम लोगों के घर में पहुंच सके, इसलिए मोटे अनाज राशन दुकानों से सस्ते दामों पर वितरित किए जा रहे हैं।
हाल ही में बैतूल में खान-पान में मोटे अनाज को बढ़ावा दिए जाने के लिए मिलेट्स मेले का आयोजन किया गया था। मिलेट्स के प्रति लोगों की बढ़ती उत्सुकता को देखते हुए ही जिले में राशन दुकानों के माध्यम से इसका वितरण करने का निर्णय लिया गया है। बैतूल जिले में खरीफ सीजन 2024-25 में 786.55 मीट्रिक टन मोटेे अनाज (ज्वार) की खरीदी की गई थी। इस ज्वार को अब मार्च 2025 में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण करने के निर्देश जारी किए हैं।
बता दें कि बैतूल जिले में 2350 से 2400 हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार की खेती की जाती है। आदिवासी जिला होने से ज्वार का इस्तेमाल सिर्फ लोकल स्तर पर ही खाद्य पूर्ति के लिए किया जाता था, लेकिन समर्थन मूल्य पर ज्वार की खरीदी शुरू होने के बाद इसका उत्पादन बढ़ा है।
75 प्रतिशत कार्डधारकों को मिलेगी ज्वार:
जिले में राशन कार्डधारकों की संख्या 3 लाख 10 हजार बताई जाती है। इनमें 12 लाख 75 हजार सदस्य है। इनमें से 75 प्रतिशत सदस्यों को ही ज्वार का वितरण किया जाना है, क्योंकि समर्थन मूल्य में जो ज्वार खरीदी गई थी उसका मात्रा कम है। इस वजह से ज्वार का वितरण 10 में से सिर्फ 6 ब्लॉकों में किया जाना है।
सन 2024-25 के दौरान जिले के भैंसदेही और बैतूल में ज्वार की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई थी। यह ज्वार गोदामों में पड़ी हुई थी। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद इसका वितरण राशन दुकानों से किए जाने की तैयारी की जा रही है।
राशन दुकानों से ज्वार का वितरण जिले के सिर्फ छह ब्लॉकों में किया जाना है। जिन ब्लॉकों में ज्वार दी जाना हैं उनमें आठनेर, भैंसेदही, भीमपुर, बैूतल, घोड़ाडोंगरी, शाहपुर शामिल है। खाद्य विभाग के मुताबिक मार्च माह के लिए ज्वार का आवंटन किया जा रहा है। इसलिए मार्च से ही इसका वितरण कार्डधारकों को किया जाना है।
मिलेगी एक किलोग्राम ज्वार
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्राथमिक परिवार के प्रति सदस्य को एक किलोग्राम एवं अंत्योदय परिवार को 10 किलोग्राम पति परिवार के मान से ज्वार का आवंटन किया जाएगा। जिले में पहली बार राशन दुकानों से ज्वार का आवंटन किया जाएगा।
बैतूल के जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी केके तेकाम बताते हैं कि शासन से जिले के छह ब्लॉकों में ज्वार का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत करने के निर्देश मिले हैं। मार्च के लिए ज्वार का आवंटन किया जाना है।
क्या होता है मोटा अनाज
मिलेट्स यानी मोटे अनाज को पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है। इनमें भरपूर मात्रा में बीटा-कैरोटीन, नाइयासिन, विटामिन-बी6, फोलिक एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता आदि रहते हैं। प्रमुख तौर पर ज्वार, बाजरा, रागी (मडुआ), मक्का, जौ, कोदो, सामा, बाजरा, सांवा, लघु धान्य या कुटकी, कांगनी और चीना जैसे अनाज मोटे अनाज कहे जाते हैं।
Updated on:
04 Feb 2025 07:43 pm
Published on:
04 Feb 2025 07:32 pm
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