
yashasvi jaiswal: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 16वें सीजन का 42 वां मैच राजस्थान रॉयल (RR) और मुम्बई इंडियंस (Mumbai Indians ) के बीच रविवार यानी 30 अप्रैल को खेला गया। जिसमें मुंबई इंडियंस की टीम ने राजस्थान रॉयल को 6 विकट से हरा दिया। राजस्थान ने पहले बैटिंग करते हुए यशस्वी जयसवाल की शतकीय पारी की बदौलत 212 रन बनाए। यशस्वी जयसवाल की इस इनिंग के बाद राजस्थान रॉयल के हेड कोच कुमार संघाकारा ने बड़ी बात कही है।
न केवल IPL, बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर अच्छा करना है: कुमार संघाकारा
कुमार संघाकारा ने कहा, "वह न केवल बेहद प्रतिभाशाली है बल्कि वास्तव में कड़ी मेहनत भी करता है। उसने तैयारियों में काफी समय बिताया है, नेट्स में अपनी तैयारियों पर काम करने में काफी समय लगा है। वो हमारे साथ तीन से चार साल तक अपने खेल पर काम किया है और यह दिखाता है कि वह बहुत फोकस्ड हैं नतीजे सामने हैं।"
उन्होंने मैच खत्म होने के बाद प्रेस कांप्रेंस के दौरान आगे कहा, "उन्होंने खूबसूरती से खेला। उन्होंने लगभग पूरी पारी में बल्लेबाजी की और यह असाधारण था। उन्हें अभी लंबा रास्ता तय करना है, न केवल हमारे साथ, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर। उन्हें सिर्फ रन बनाते रहना है और दरवाजे पर दस्तक देते रहना है।"
धोनी ने भी की तारीफ
चेन्नई सुपर किंग बनाम राजस्थान रॉयल के बीच 27 अप्रैल को जयपुर में खेल गए मैच में यशस्वी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से वो सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 43 गेदों में 77 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी। यशस्वी की इस इनिंग के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने उनकी जमकर तारीफ की थी।
एमएस धोनी ने कहा था, “यशस्वी ने काफी अच्छी बैटिंग की, गेंदबाजों को टारगेट किया और नपा तुला रिस्क लिया था। हमारे गेंदबाजों के खिलाफ यह थोड़ा आसान था क्योंकि हमें सही लेंथ का आकलन करना था। यशस्वी ने टॉप ऑर्डर में शानदार बैटिंग की और अंत में जुरेल ने वास्तव में काबिले तारीफ बल्लेबाजी की।”
भदोही में पिता चलाते हैं पेंट की दुकान
यशस्वी जयसवाल की कहानी बहुत मार्मिक है। यशस्वी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले यशस्वी 11 साल की छोटी उम्र में सपनो के शहर मुंबई आ गए थे। यशस्वी बचपन से ही क्रिकेट में रूची रखते थे, इनके मुम्बई आने की भी वजह यही थी। इनके पिता भदोही में ही एक पेंट की दुकान चलाते हैं।
मैदान के टेंट में गुजारी कई रातें
मुंबई में पिता ने इनके के रहने की व्यवस्था एक जान पहचान के एक तबेले में करवा दिया जहां ये शर्त थी कि यशस्वी को वहां सुबह उठकर तबेले में काम करना पड़ेगा। यशस्वी रोज सुबह 5 बजे उठते और तबेले में मदद कराते फिर प्रैक्टिस करने आज़ाद मैदान जाया करते थे। एक दिन उस तबेले के मालिक ने उनका सारा सामान बाहर फेक दिया था, जहां वह रात में सोते थे, जबकि उन्होंने मुंबई के आजाद मैदान में कई रातें टेंट में बिताई थीं। ऐसा भी कहा जाता है कि उन्होंने खर्च चलाने के लिए पानी-पूरी भी बेची थी।
कोच ज्वाला सिंह का मिला साथ
लेकिन भाग्य को कुछ और मंजूर था। एक वह कोच ज्वाला सिंह मिले उन्हें यशस्वी में कुछ दिखा उन्होंने यशस्वी को नए जूते और किट दिलाए और रहने के लिए अपने चाल में इंतजाम करा दिया। ज्वाला सिंह की भी कहानी कुछ इसी तरह की थी, मगर उन्हें कोई आगे बढ़ाने वाला नहीं मिला। इसलिए उन्होंने यशस्वी को क्रिकेट की कोचिंग देने की ठानी।
2020 में राजस्थान रॉयल्स ने 2.40 करोड़ में खरीदा था
जायसवाल ने भारत ICC U-19 विश्व कप 2020 के फाइनल में पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह छह मैचों में 400 रन बनाने के साथ टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर थे। इस टूर्नामेंट में यशस्वी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया था। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स ने यशस्वी को 2.40 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया था।
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Updated on:
01 May 2023 05:08 pm
Published on:
01 May 2023 05:04 pm
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