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हमने लगाई है आग, कोई बचा सके तो बचा ले… कहकर मां-बेटे को जिंदा जला दिया, कुछ देर पहले ही स्कूल से लौटा था मासूम

अवैध संबंधों के शक में एक महिला डॉक्टर और उसकी सास ने मां तथा उसके आठ साल के बेटे को घर में जिंदा जला दिया। मां-बेटे की एक प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई।

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भरतपुर। अवैध संबंधों ( Illicit relations ) के शक में एक महिला डॉक्टर और उसकी सास ने मां तथा उसके आठ साल के बेटे को घर में जिंदा जला दिया। मां-बेटे की एक प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। बचाने के लिए आया महिला का भाई भी गंभीर रूप से झुलस गया। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि मृतका के महिला डॉक्टर के डाक्टर पति से अवैध संबंध थे। इसका बदला लेने की नीयत से दोनों महिलाओं ने वारदात की।

आग लगाने के बाद दीपा के मकान के बाहर खड़ी डॉ. सीमा गुप्ता और उसकी सास सुरेखा गुप्ता चिल्लाने लगीं कि हमने आग लगा दी है। कोई बचा सके तो बचा ले। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि डॉ. सीमा ने मौके से ही अपने पति डॉ. सुदीप गुप्ता को भी फोन किया। डॉ. सुदीप भी मौके पर पहुंचे। दमकल की तीन गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। दीपा और उसके बेटे शौर्य को बाहर निकाला गया।

डॉक्टर के अस्पताल में काम करती थी मृतका
पुलिस ने बताया, दीपा दो-तीन साल पहले डॉ. सीमा गुप्ता के काली की बगीची स्थित श्रीराम अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट थी। डॉ. सुदीप वहां पर दीपा के संपर्क में आए। सुदीप ने सूर्यासिटी में महिला दीपा को मकान दिलवाया। कुछ दिन पहले डॉ. सुदीप ने इसी मकान में दीपा के लिए स्पा भी खुलवाया था। दीपा अपने पति गजराज गुर्जर से अलग रहती थी।

इस बच्चे का क्या कसूर...
दूसरी कक्षा में पढऩे वाला दीपा का बेटा शौर्य घटना से कुछ देर पहले ही स्कूल से लौटा था। सीमा और उसकी सास सुरेखा ने शौर्य के सामने ही दीपा की पिटाई की और आग लगाई।

बच्चे के सामने ही उसकी मां के साथ मारपीट की गई। क्योंकि उस बच्चे रोने की आवाज भी पड़ोसियों को सुनाई दी थी। वह आगरा रोड स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा में था। आग लगने पर दीपा ने किचन में से अपने भाई अनुज को फोन कर जानकारी दी। बताया जा रहा है कि अनुज तुरंत मौके पर पहुंचा और कंबल लपेट कर जलते हुए मकान में जा घुसा। इससे वह झुलस गया, उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे जयपुर रैफर कर दिया। मृतका दूसरे भाई का नाम अनिल है। पुलिस ने छानबीन के दौरान घटना स्थल से मृतका मोबाइल कब्जे में लिया है। वहीं, एक प्लास्टिक की बोतल में पुलिस ने ज्वलनशील पदार्थ भी बरामद किया है। यह स्प्रिट की बोतल बताई जा रही है।


डॉक्टर की मां सुरेखा गुप्ता ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब वह सूर्या सिटी स्थित मकान में गए थे तो वहां स्पा सेंटर खुलने का पता चला। वहां कुछ देर विवाद बाद कपड़ों पर स्प्रिट फेंक दिया। इससे कुछ देर में ही आग ने बड़ा रूप धारण कर लिया। वह मारना नहीं चाहते थे लेकिन यह हादसा हो गया।

पुलिस के अनुसार गुरुवार शाम डॉ. सीमा गुप्ता अपनी सास सुरेखा गुप्ता के साथ आगरा रोड स्थित सूर्या कॉलोनी में रहने वाली दीपा उर्फ रीया (28) के घर में घुस गईं। वहां पहुंचते ही दोनों दीपा से झगडऩे लगी। फिर उन्होंने दीपा के कमरे में कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंक बाहर से कुंदी लगा दी। कुछ ही मिनटों में पूरा घर धधक उठा। दीपा को बचाने में झुलसे उसके भाई अनुज को जयपुर रैफर किया है। डॉ. सुदीप गुप्ता भरतपुर के सरकारी अस्पताल आरबीएम में सीनियर फिजिशियन हैं।