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Rajasthan New District: राजस्थान के 8 नए जिलों को लेकर बड़ी खबर, अब होगा ये काम

राजस्थान में नए 8 जिलों में क्रय-विक्रय सहकारी समितियों की स्थापना की बजट में घोषणा की गई। जानिए क्या मापदंड होंगे और किसानों को क्या फायदा मिलेगा।

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डीग। नवगठित डीग जिले की पंचायत समिति पहाड़ी में क्रय-विक्रय सहकारी समिति का गठन होगा। पहाड़ी में क्रय-विक्रय सहकारी समिति बनने से क्षेत्र के किसानों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता के साथ ही समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों को अपने नजदीक ही खरीद केंद्र उपलब्ध हो सकेगा। क्रय-विक्रय सहकारी समिति के गठन को लेकर सहकारिता विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।

राजस्थान में नए 8 जिलों में क्रय-विक्रय सहकारी समितियों की स्थापना की बजट में घोषणा की गई। इसके तहत नवगठित डीग, ब्यावर, बालोतरा, डीडवाना, फलौदी, सलूबर, खेरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड में नई क्रय विक्रय सहकारी समिति का गठन होगा।

इसको लेकर कार्यालय रजिस्ट्रार सहकारी समितियां ने अतिरिक्त आयुक्त को पत्र लिखकर इनकी पालना करवाने के निर्देश दिए हैं। विदित रहे कि नवगठित डीग जिले की पांच पंचायत समितियों में से चार पंचायत समितियों डीग, कुहेर, नगर, कामां में क्रय-विक्रय सहकारी समिति संचालित है, जबकि पहाड़ी पंचायत समिति में समिति संचालित नहीं है।

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ये होंगे नई क्रय-विक्रय समिति गठन के मापदंड

-नई क्रय-विक्रय समिति का गठन पंचायत समिति या तहसील मुख्यालय होना चाहिए।

-प्रस्तावित स्थान पर सीसीबी या अन्य वाणिज्य बैंक की शाखा आवश्यक है।

-समिति के कार्यक्षेत्र में दो फसल क्षेत्र या सिचिंत क्षेत्र अधिक हो।

-यातायात एवं दूर संचार से जुड़ा होना चाहिए।

-गोदाम, कार्यालय निर्माण के लिए भूखंड उपलब्ध हो।

-तीन सौ किसान व्यक्तिगत सदस्य के रूप में बनने की संभावना हो।

-आवेदन पत्र पचास प्रस्तावित सदस्यों की ओर से प्रस्तुत होना चाहिए।

-प्रस्तावित समिति के गठन के पास वाली अन्य क्रय-विक्रय समिति का कार्यभार प्रभावित नहीं होना चाहिए।

-प्रस्तावित समिति के कार्यक्षेत्र में कम से कम 15 ग्राम सेवा समिति संबद्ध होनी चाहिए। सदस्यता ग्रहण करने की संभावना होनी चाहिए।

-प्रस्तावित समिति की सर्वे रिपोर्ट सहायक या उप रजिस्ट्रार की ओर से प्रमाणित होनी चाहिए। जिसमें कार्यक्षेत्र निवासित किसान की संख्या।

-कृषि भूमि का क्षेत्रफल, खाद बीज की मांग की मात्रा, कृषक परिवारों की संख्या, गांव एवं पंचायतों का विवरण सर्वे में शामिल करना होगा।

-सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रस्तावित कार्य योजना का समावेश करना होगा। जिसमें व्यापार का संभावित विवरण, अर्जित होने वाला प्रस्तावित लाभ एवं अन्य उपभोक्ता व्यापार का संभावित विवरण दिखाना होगा।

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किसानों को खाद-बीज की उपलब्धता होगी सुनिश्चित

राज्य सरकार के बजट घोषणा 2025-26 में नवगठित 8 जिलों में क्रय विक्रय सहकारी संघ (केवीएसएस) की स्थापना की जानी प्रस्तावित है। जिले में अभी डीग, कुहेर, कामां, नगर में क्रय-विक्रय सहकारी समिति स्थापित हैं। अब पहाड़ी में क्रय-विक्रय सहकारी समिति के गठन से क्षेत्र के किसानों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो पाएगी। साथ ही समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों को अपने नजदीक ही खरीद केंद्र उपलब्ध हो सकेगा।

रामअवतार सिंह, सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां डीग