
भरतपुर.
चिकसाना थाने के गांव नौंह में एक घर में घुसकर आपसी विवाद में दो युवकों ने जमकर हंगामा किया। एक महिला को हाथ पर काट खाया। जिसे आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन चिकसाना पुलिस मामला दर्ज करने के बजाय रात 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक पीडि़त पक्ष को ही लताड़ लगाती रही।
काफी देर तक अभद्र व्यवहार व झगड़ा
मामला एसपी के पास पहुंचा तो उन्होंने तुरंत चिकसाना एसएचओ श्रवण पाठक के खिलाफ गंभीर आरोपों की बात सामने आने पर जांच के आदेश देते हुए लाइन हाजिर कर दिया। इसके बाद पीडि़त पक्ष का मुकदमा थाने में दर्ज हो सका। जानकारी के अनुसार मुकेश पुत्र श्यामलाल शर्मा ने चिकसाना थाने में तहरीर दी थी कि उसका भतीजा पुष्पेंद्र पुत्र देवेन्द्र व उसका मौसेरा भाई विवेक पुत्र नरेश कुमार शर्मा घर आए। जहां काफी देर तक अभद्र व्यवहार व झगड़ा करने लगे। कमरे में रखी संदूक व आलमारी को खोलकर सामान फैलाने लगे।
एसपी को घटनाक्रम से अवगत कराया
विरोध पर विवेक ने भाभी गीता देवी पत्नी लक्ष्मीनारायण के हाथ पर काट खाया। पीडि़त पक्ष ने आरोप लगाया कि रात को तहरीर देने के बाद जब सुबह जाकर एफआइआर की कॉपी मांगी तो एसएचओ ने कोई जवाब नहीं दिया। बल्कि अच्छे तरीके से बात तक नहीं की। इस पर परिजन एसपी से मिलने पहुंचे और घटनाक्रम से अवगत कराया।
कमी पाए जाने पर लाइन हाजिर
एसपी ने एसएचओ श्रवण पाठक को ऑफिस बुलाया और कमी पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया। इधर, पुष्पेंद्र पुत्र देवेन्द्र उर्फ दाउजी निवासी पीरनगर ने थाने में दी तहरीर में बताया है कि तीन अगस्त की शाम छह बजे वह पत्नी के साथ घर बैठा था। तभी रिश्तेदार विवेक शर्मा ने 31 जुलाई को पत्नी के साथ अभद्रता के मामले में पिता देवेन्द्र से बात कर समझाइश करने को कहा। इतने ही देवेन्द्र, चंद्रकांत आदि घर में घुस आए और लाठी डंडों से हमला कर दिया।
Published on:
05 Aug 2018 04:54 am
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