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आंसुओं से धुली मेहंदी, सड़क पर सिमटे सेना में जाने के सपने

- हाथों से नहीं उतरा था मेंहदी का रंग, उजड़ गया सुहाग, फौज की तैयारी में जुटा था युवक, 10 मई को हुई थी शादी, पहाड़ी थाने के गांव बरखेड़ा के पास दर्दनाक हादसा

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आंसुओं से धुली मेहंदी, सड़क पर सिमटे सेना में जाने के सपने

आंसुओं से धुली मेहंदी, सड़क पर सिमटे सेना में जाने के सपने

भरतपुर (पहाड़ी). जिंदगी का एक ही सपना था कि वह सरहद पर जाकर वतन की रक्षा करे। यह सपने ही थे कि उसे अलसुबह सड़क पर दौड़ लगाने को विवश करते थे। पहले उसके ख्वाब खुद के थे, लेकिन पिछले एक माह से उसके ख्वाब पत्नी के साथ साझा हो गए थे। उसके सिर पर बस एक ही धुन सवार थी कि वह सेना की वर्दी पहने, लेकिन इससे पहले सड़क पर दौड़ लगाते समय वह जिंदगी की रेस हार गया। एक हादसे में उसके सपने सड़क पर चकनाचूर हो गए। पत्नी के हाथों में रची मेहंदी भी आंसुओं से धुल गई।
गोपालगढ़ कस्बा निवासी एक युवक को पहाड़ी-गोपालगढ़ सड़क मार्ग पर शनिवार अलसुबह दौड़ लगाते समय पीछे से केन्ट्रा ने टक्कर मार दी। इसमें युवक ने मौके पर दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया। गोपालगढ़ निवासी देवेन्द्र (22) पुत्र रामहेत प्रजापत आईटीआई का छात्र था। वह प्रतिदिन की तरह शनिवार अलसुबह भी फौज में भर्ती होने का सपना लेकर सड़क पर दौड़ लगा रहा था। देवेन्द्र साथियों के साथ पहाड़ी के बरखेड़ा गांव से दौड़ लगाता हुआ गांव लौट रहा था। इस दौरान पहाड़ी की तरफ से तेज गति से गोपालगढ़ की तरफ जा रहे एक केन्ट्रा ने उसे टक्कर मार दी। इसमें देवेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद केन्ट्रा चालक मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पहाड़ी सीएचसी में ले आई। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

10 मई को हुई थी देवेन्द्र की शादी

देवेन्द्र प्रजापत की हाल ही में 10 मई को शादी हुई थी। पत्नी के हाथों में लगी सुहाग की मेहंदी अभी छूटी भी नहीं थी कि उसका सुहाग उजड़ गया। देवेन्द्र की हादसे में मौत की खबर ने हर किसी को झकझोर दिया। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी के हाथों में लगी मेहंदी भी उसके आंसुओं से धुल गई। अन्य परिजन भी सदमे में हैं। ऐसे में गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। जिसने भी हादसे की खबर सुनी वह दौड़कर घटनास्थल पर पहुंच गया।

भगत सिंह की फोटो छपी टी-शर्ट पहन करता था दौड़

हर कोई देवेन्द्र के अच्छे व्यवहार की प्रशंसा करता नजर आया। मृतक के भाई भूपेन्द्र का कहना था उसका भाई आईटीआई की पढ़ाई के साथ सेना मे भर्ती होने के लिए प्रतिदिन दौड़ करता था, लेकिन उसके भाई का सपना अधूरा ही रह गया। देवेन्द्र कहता था कि उसे शहीद भगत सिंह की फोटो छपी टी-शर्ट पहनकर दौड़ लगाने में आनन्द आता है। वह बड़े शौक से भगत सिंह की फोटो लगी टी-शर्ट पहनकर दौड़ लगाता था। शनिवार को भी उसने वही टी-शर्ट पहन रखी थी। घटना की रिपोर्ट मृतक के पिता रामहेत ने केन्ट्रा चालक के खिलाफ दर्ज कराई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया।