चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव फुलवारा में जमीनी विवाद को लेकर शनिवार सुबह चाचा ने अपने भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं मृतक की मां पर भी दूसरे पक्ष ने लाठियां बरसाईं, इससे उसका पैर टूट गया। दो भाइयों में करीब एक बीघा जमीन को लेकर विवाद था। युवक की हत्या के बाद गांव में मातम छा गया। जानकारी के अनुसार गांव फुलवारा में तीन भाई बच्चू चंगा एवं बाछर की सामूहिक जमीन है। इनमें से बाछर अविवाहित है, जबकि चंगा की मौत हो चुकी है। तीनों भाइयों के हिस्से की जमीन को बच्चू अकेला हड़पना चाहता था। इसका चंगा का बेटा सूरजमल विरोध कर रहा था। करीब १० दिन पहले बच्चू ने यह जमीन गांव के ही कृपाल पुत्र शिवगणेश को बेच दी थी। इस पर बच्चू के भतीजे सूरजमल ने ऐतराज जताया था। इसको लेकर दोनों के बीच पहले कहासुनी भी हुई। शनिवार सुबह करीब नौ बजे जमीन खरीदने वाला कृपाल इस जमीन पर नींव भराई का काम कराने पहुंच गया। जमीन पर काम होता देख सूरजमल का बेटा सोनू वहां पहुंच गया और काम रोकने की बात कही। इस पर कृपाल ने बच्चू को फोन किया। इस पर बच्चू अपने तीनों बेटे मुकेश, सुरेश एवं पप्पू के साथ खेत पर पहुंचा और सोनू के साथ मारपीट शुरू कर दी। सूरजमल का आरोप है कि इस दौरान बच्चू के बेटे मुकेश ने सोनू को गोली मार दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सोनू को निजी वाहन से आरबीएम अस्पताल लाया गया। गंभीर हालत होने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक युवक सोनू (18) बीए में पढ़ रहा था। गणतंत्र दिवस को लेकर गांव में भजन-जिकड़ी का कार्यक्रम चल रहा था। इस पर सोनू के पिता सूरजमल वहां गए हुए थे। सूचना मिलने पर सूरजमल अपनी पत्नी संजू के साथ खेत पर पहुंचे। सूरजमल का आरोप है कि आरोपी बच्चू एवं उसके बेटों ने मेरे और पत्नी के साथ भी लाठी और फावड़े से मारपीट की। लाठियों से की गई मारपीट में संजू के पैर में फ्रेक्चर हो गया, जिसे आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।