
बगैर एनओसी चलता रहा क्लिंकर प्लांट, अफसर बने रहे गुमराह
भरतपुर. रेल गोदाम स्थित क्लिंकर लोडिंग-अनलोडिंग प्लांट प्रदूषण नियंत्रण मंडल की एनओसी के बगैर ही संचालित किया जा रहा था। यह दावा एनजीटी में वाद दायर करने वाले कॉलोनी के लोगों ने ही किया है। बताते हैं कि करीब एक साल तक यह प्लांट बगैर एनओसी चलता रहा। जबकि स्टोन क्रशर या ऐसी किसी भी गतिविधि के संचालन के लिए आवश्यक है कि एनओसी ली जाए। इस मामले में ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। बल्कि खुद अधिकारी भी गुमराह बने रहे। अब मामला सामने आया तो खुद ही साक्ष्य मांग रहे हैं। उल्लेखनीय है कि स्थानीय लोगों की ओर से बार-बार जिला प्रशासन को ज्ञापन देने और प्रदर्शन करने के बाद अब एनजीटी ने क्लिंकर से फैल रहे प्रदूषण के स्तर की जांच के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और चिकित्सा विभाग के एक चिकित्सक की टीम गठित की गई है। यह टीम क्लिंकर से पहले, क्लिंकर खाली होने के दौरान और क्लिंकर खाली होने के बाद फैल रहे प्रदूषण के स्तर की जांच कर रही है। सोमवार को डॉ. उदित चौधरी ने कॉलोनीवासियों के स्वास्थ्य जांच की थी। इसमें प्रथम दृष्टया सामने आया था कि यहां की ज्यादातर आबादी खुजली, सांस आदि रोगों से पीडि़त है। इस प्रकरण को लेकर सात जुलाई को एनजीटी में सुनवाई है। इधर, गणेश इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नरेंद्र चौधरी ने भी सीएमएचओ को पत्र दिया है। इसमें कहा है कि प्लांट पिछले काफी समय से बंद है। ऐसे में डॉक्टर ने जिन बीमारियों का उल्लेख किया है। वह प्लांट बंद होने के बाद भी उसी को कारण बताकर क्यों कहीं जा रही हैं।
लोग: सांस की हो रही बीमारी, कूलर चलाना भी मुश्किल
-सांस लेने में समस्या हो रही है। जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। रात्रि को कूलर चलाया था डस्ट कमरे में भर गई।
गीता, गृहणी अनुराग नगर
-क्लिंकर की डस्ट से बहुत परेशान है। दिन र खाते रहते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। जब इतने लोग बीमार हो रहे हैं तो प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
सत्यप्रकाश, माल गोदाम रोड
-सांस की समस्या बन गई है। रात्रि को काम चला था उस दौरान कूलर के से डस्ट अंदर पहुंच गई। कूलर बंद करना पड़ा तब जाकर राहत की सांस ली।
संगीता, अनुराग नगर
-जहां प्लांट लगा हुआ है उससे आधा किलोमीटर पर ही पुराना औद्योगिक क्षेत्र में ऑयल मिल है लेकिन क्लिंकर की डस्ट वहां तक पहुंचती है। गाड़ी पर जमा हो जाती है पानी डालते हैं फिर भी नहीं हटती।
देवेंद्र कुमार, पुराना औद्योगिक क्षेत्र
-क्लिंकर बंद रहा उस दौरान राहत की सांस ली। सांस की समस्या हो गई है। इलाज चल रहा है लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जल्द से जल्द बिल्कुल बंद किया जाए वरना आंदोलन करेंगे।
कृष्ण कुमार, माल गोदाम रोड
-क्लिंकर से बहुत परेशान हैं। शरीर में खाज खुजली हो गई है। बीती रात क्लिंकर से डस्ट उड़ती रही। इससे रात्रि को सो भी नहीं पाए। कूलर चल रहा था। पूरी डस्ट अंदर पहुंच गई कूलर बंद करना पड़ा।
रमेश चंद, माल गोदाम रोड
-क्लिंकर की उड़ती धूल के कारण शरीर पर फुंसी हो गई है। उनमें जलन और खुजली होती है। चिकित्सकों को दिखाया लेकिन फायदा नहीं पड़ रहा।
हरीश कुमार, अनुराग नगर
Published on:
07 Jul 2021 02:40 pm
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