
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर में छत्तीसगढ़ का भी योगदान है। मंदिर की मजबूती के लिए भिलाई हमर भांचा राम इस्पात संयंत्र के 1100 टन सरिया का उपयोग किया गया है। वहीं स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) की तरफ से करीब 3500 टन सरिया की आपूर्ति की गई है। अयोध्या में राम मंदिर के स्ट्रक्चर से लेकर बुनियाद तक में बीएसपी के मजबूत इस्पात से बने सरिया का इस्तेमाल किया गया है।
बीएसपी के जंगरोधक सरिया का मापदंड
तत्व सेल एचसीआर टीएमटी सरिया
कार्बन
0.25 फीसदी
सल्फर
0.040 फीसदी
फास्फोरस 0.040 फीसदी
एस प्लस पी जंग निरोधक एलॉय तत्व
0.075 फीसदी
0.40 फीसदी
सेल के तमाम संयंत्रों ने की आपूर्ति : राम मंदिर परियोजना के लिए सेल की तमाम इकाइयों
ने मिलकर अब तक लगभग 3500 टन सरिया की आपूर्ति की है। बीएसपी की मोडेक्स इकाई, बार एंड रॉड मिल में इसका उत्पादन किया गया है। स्थायी यांत्रिक गुणों और आईएस-1786 मापदंडों के मुताबिक उत्पादित अच्छी वेल्डेबिलिटी के उत्पाद हैं। इसे कम प्रयास से मोड़ा जा सकता है। इससे ऑन साइड कार्य सजग हो जाता है। यह सरिया लंबे समय तक कांक्रीट कवर की रक्षा करती है।
यहां भी हुआ है उपयोग
सेल-बीएसपी के सरिया का उपयोग परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं, पुलों, राजमार्गों, फ्लाईओवरों, सुरंगों, बांधों, थर्मल पावर प्रोजेक्ट, ऊंची इमारतों, बांद्रा वर्ली सी-लिंक ब्रिज, सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, आगरा एक्सप्रेस-वे में किया जा चुका है।
एक अरब लोगों की जुड़ी है आस्था
छत्तीसगढ़वासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि जिस राम मंदिर से देश के एक अरब से अधिक लोगों की आस्था जुड़ी है, उसे भिलाई का स्टील मजबूती दे रहा है। अयोध्या में बनाए गए राम मंदिर को खास मजबूती देने के लिए विशेष तरह के स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने भूकंपरोधी सरिया तैयार किया गया। 1100 टन सरिया की आपूर्ति की जा चुकी है। इसमें 550 डी ग्रेड के 12 मिमी व्यास वाले करीब 120 टन टीएमटी बार और मर्चेंट मिल में उत्पादित समान ग्रेड वाले 32 मिमी व्यास के करीब 65 टन टीएमटी बार शामिल हैं।
Updated on:
11 Jan 2024 09:18 am
Published on:
11 Jan 2024 09:13 am
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