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#CG Assembly Election 2018 : ताम्रध्वज और जागेश्वर 15 तो कुरैशी और भसीन 13 साल बाद फिर से आमने-सामने

दुर्ग जिले के दो विधान सभा सीट से दो पुराने प्रतिद्वंदी सालों बाद फिर से आमने-सामने हुए हैं। इनमें कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू व बदरुद्दीन कुरैशी और भाजपा के जागेश्वर साहू व विद्यारतन भसीन हैं।

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ताम्रध्वज और जागेश्वर 15 तो कुरैशी और भसीन 13 साल बाद फिर से आमने-सामने

भिलाई. छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव में इसबार दिलचस्प मुकाबले होंगे। राज्य की दोनों प्रमुख पार्टी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की ओर से राज्य के 90 विधान सभा सीट से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। इससे चुनाव में कौन-किसे मुकाबले होंगे यह तस्वीर साफ हो चुकी है। इसी के साथ ही चुनाव में किसी विस क्षेत्र में एकदम नए और पुराने प्रत्याशियों से मुकाबले में कौन कमजोर और कौन दमदार साबित होगा यह अनुमान लगाए जाने शुरू हो गए हैं। इसी कड़ी में दुर्ग जिले के दो विधान सभा सीट से दो पुराने प्रतिद्वंदी सालों बाद फिर से आमने-सामने हुए हैं। इनमें कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू व बदरुद्दीन कुरैशी और भाजपा के जागेश्वर साहू व विद्यारतन भसीन हैं।

दोनों पुराने प्रतिद्वंदी की जीत-हार को लेकर अभी से कयास

13 साल पहले सन 2005 में नगर पालिक निगम चुनाव में आमने-सामने हो चुके बदरुद्दीन कुरैशी और विद्यारतन भसीन फिर एकबार विधान सभा चुनाव में दोनों के बीच टक्कर होगी। इसबार कांग्रेस ने कुरैशी को वैशाली नगर सीट से मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी की ओर से वर्तमान विधायक भसीन मुकाबले में है। दोनों पुराने प्रतिद्वंदी की जीत-हार को लेकर अभी से कयास लगाए जा रहे हैं।

15 साल बाद आमने-सामने होंगे ताम्रध्वज और जागेश्वर
सांसद ताम्रध्वज साहू और जागेश्वर साहू भी १५ साल बाद विधान सभा चुनाव में दुर्ग ग्रामीण से आमने-सामने होंगे। इससे पहले दोनों ने सन २००३ में धमधा विधान सभा सीट से चुनाव लड़े थे। उस समय जागेश्वर साहू को हार का सामना करना पड़ा था। उस समय ताम्रध्वज साहू क्षेत्रवासियों के लिए बाहरी और जागेश्वर स्थानीय थे। इस बार के चुनाव यह गणित उलटा हो गया है। अब जागेश्वर साहू दुर्ग ग्रामीण से बाहरी प्रत्याशी हैं तो ताम्रध्वज साहू उसी विस क्षेत्र के माने जा रहे हैं।

13 साल बाद होंगे कुरैशी और भसीन की टक्कर
इसी तरह १३ साल बाद विद्यारतन भसीन और बीडी कुरैशी चुनाव में दूसरी बार आमने सामने होंगे। वे दोनों सन २००५ में पहली बार नगर पालिक निगम महापौर पद के चुनाव में आमने-सामने हुए थे। उस चुनाव में भसीन बतौर बीजेपी प्रत्याशी जीत दर्ज की थी। इस बार वे बीजेपी से विधायक भी है। वहीं कांग्रेस ने कुरैशी को उनकी परंपरागत सीट भिलाई नगर से बदलकर वैशाली नगर से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। वे पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

दोनों जाना पहचाना चेहरा
लोगों के लिए कुरैशी नया चेहरा नहीं है। वे भिलाई नगर विधान सभा से दो बार विजयी हुए थे। परिसीमन के पहले वैशाली नगर विधान सभा भिलाई नगर में ही आता था। इस लिहाज से कुरैशी के लिए वैशाली नगर क्षेत्र नया नहीं है। वे वैशाली नगर सीट की भौगोलिक और राजनीतिक स्थिति से परिचित है। वहीं विद्यारतन भसीन मौजूदा विधायक है। मतदाता दोनों को पहचानते हैं। इससे इस सीट से अब मुकाबला रोचक होगा।