
Ganesh Visarjan: गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन लिए नगर निगम ने जगह चिन्हित कर दिए हैं। भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन शिवनाथ नदी में पुराने पुल से गुरूद्वारा के पास किया जाएगा। यहां प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए क्रेन सहित विशेष रूप से तैयार नाव रखे गए हैं। यहां प्रतिमाओं को नदी के भीतर ले जाने के लिए गोताखोर भी मौजूद रहेेंगे।
छोटी प्रतिमाएं कसारीडीह तालाब, वार्ड 57 व 58 के उरला तालाब में बनाए गए स्थल में विसर्जित किए जा सकेंगे। इसके लिए रास्तों का समतलीकरण, अस्थायी कुंड, वाटर प्रूफपंडाल, कुर्सी व टेबल व लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है। कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम को नोडल अधिकारी बनाकर इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
कलेक्टर अभिजीत सिंह और एसएसपी विजय अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ विसर्जन स्थल का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अधिकारियों को बेहतर व्यवस्थाओं के लिए दिशा-निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के छोटे पुल के मध्य क्रेन के माध्यम से किया जाएगा। वहीं छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन अंजोरा साइड पर बनाए गए विशेष विसर्जन स्थल पर होगा।
इसके लिए प्रतिमाओं को बड़े पुल से होकर ले जाया जाएगा तथा पुल के अंतिम छोर पर बने मार्ग से नदी में उतारकर विसर्जन किया जाएगा। दोनों ही विसर्जन स्थलों पर क्रेन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ ही प्रकाश व्यवस्था भी की जाएगी।
भीड़ प्रबंधन व यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मिनीमाता चौक से अंजोरा बायपास तक केवल विसर्जन वाले वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। अन्य वाहन दुर्ग-अंजोरा बायपास मार्ग का उपयोग करेंगे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी द्वारा शिवनाथ नदी के पुराने पुल पर दोनों ओर 60 फीट की अस्थायी रेलिंग लगाई जाएगी।
निरीक्षण के दौरान एडीएम अभिषेक अग्रवाल, आयुक्त नगर निगम दुर्ग सुमित अग्रवाल, एसडीएम दुर्ग हरवंश मिरी, एसडीएम भिलाई हितेश पिस्दा, डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव, तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता, ईई सीएसपीडीएल रवि दानी, सीएसपी रघुनंदन राठौर मौजूद थे।
दुर्ग में दो तालाबों में किया जाएगा विसर्जन ● 60 फीट की अस्थायी रेलिंग बनी नदी में में की गई विशेष व्यवस्था नगर निगम भिलाई ने शहर के केवल 10 तालाबों को मूर्ति विसर्जन के लिए चिन्हित किया है। बाकी सभी जलस्रोतों में विसर्जन पर कड़ी पाबंदी रहेगी।
विसर्जन के लिए जिन तालाबों को चिन्हित किया गया है, उनमें वार्ड 1 का आलाबंद तालाब खम्हरिया, वार्ड-2 स्मृति नगर तालाब, वार्ड-7 आमा तालाब, वार्ड-11 लिम्हा तालाब, वार्ड-13 भेलवा तालाब, वार्ड-22 नकटा तालाब, वार्ड-26 रामनगर मुक्तिधाम तालाब, वार्ड-36 श्याम नगर कैंप-2 तालाब, वार्ड-40 दर्री तालाब और वार्ड-64 जयंती स्टेडियम तालाब शामिल हैं।
खुर्सीपार गणेश कमेटी ने तय किया है कि वायु व जल प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष वे गणेश की प्रतिमा का विसर्जन पंडाल के करीब ही करेंगे। इसके लिए शुक्रवार से तैयारी भी शुरू कर दी है। इससे प्रतिमा को नदी या तालाब तक ले जाकर विसर्जन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए पंडाल के करीब ही बड़ा कार्यक्रम शनिवार को करने की तैयारी है। इसमें एक ओर कुंड में विसर्जन का कार्यक्रम होगा।
नव जागृति गणेश उत्सव समिति, खुर्सीपार, श्रीराम चौक के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कमेटी ने यह निर्णय इस वजह से लिया, ताकि नगर निगम, भिलाई के तालाब को सुरक्षित रखने कोई पहल करे।
उन्होंने बताया कि पंडाल के करीब कुंड बनाने का काम शुरू किया गया है। इसमें प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। उसके पहले भगवान की प्रतिमा पर भक्त जल चढ़ा सकते हैं। यहां गणेश भगवान की प्रतिमा को विसर्जित होते हुए पूरा खुर्सीपार देख सकेगा। नदी या तालाब में महिलाएं नहीं पहुंच पाती हैं। यहां वे भी विसर्जन में शामिल हो पाएंगी। द
खुर्सीपार गणेश कमेटी ने तय किया है कि वायु व जल प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष वे गणेश की प्रतिमा का विसर्जन पंडाल के करीब ही करेंगे। इसके लिए शुक्रवार से तैयारी भी शुरू कर दी है। इससे प्रतिमा को नदी या तालाब तक ले जाकर विसर्जन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए पंडाल के करीब ही बड़ा कार्यक्रम शनिवार को करने की तैयारी है। इसमें एक ओर कुंड में विसर्जन का कार्यक्रम होगा।
नव जागृति गणेश उत्सव समिति, खुर्सीपार, श्रीराम चौक के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कमेटी ने यह निर्णय इस वजह से लिया, ताकि नगर निगम, भिलाई के तालाब को सुरक्षित रखने कोई पहल करे। उन्होंने बताया कि पंडाल के करीब कुंड बनाने का काम शुरू किया गया है। इसमें प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। उसके पहले भगवान की प्रतिमा पर भक्त जल चढ़ा सकते हैं। यहां गणेश भगवान की प्रतिमा को विसर्जित होते हुए पूरा खुर्सीपार देख सकेगा। नदी या तालाब में महिलाएं नहीं पहुंच पाती हैं। यहां वे भी विसर्जन में शामिल हो पाएंगी।
नदी व वार्डों के तालाबों में निगम द्वारा बनाए गए अलग कुंड में पूजन सामग्री एकत्र किया जाएगा। वायु प्रदूषण के खतरे को देखते हुए इस बार किसी भी सामग्री को जलाए जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ के साथ लोग पहुंचते हैं। निगम प्रशासन ने गणेश विसर्जन के दौरान घूमंतू मवेशियों को पड़कर सड़क से हटाने के लिए विशेष अभियान की तैयारी की है।
प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जगह चिन्हित किए गए हैं। यहां निगम के अधिकारी व कर्मचारी भी तैनात रहेंगे। दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए तय स्थल पर ही प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाए।
सुमित अग्रवाल
कमिश्नर
नगर पालिक निगम दुर्ग
Updated on:
06 Sept 2025 11:25 am
Published on:
06 Sept 2025 11:24 am
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