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WeatherUpdate: दस साल में पहली बार सबसे गर्म नवंबर, अगले 3 दिन में 16 तक पहुंचने की संभावना

WeatherUpdate: मौसम विभाग ने अभी इसमें और बढ़ोतरी की संभावना जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर मध्य तक ठंडक गायब रह सकती है, इसके बाद इसमें गिरावट आएगी। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के करीब पहुंचना संभावित है।

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भिलाई

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Love Sonkar

Nov 24, 2025

WeatherUpdate: दस साल में पहली बार सबसे गर्म नवंबर, अगले 3 दिन में 16 डिग्री तक पहुंचने की संभावना

WeatherUpdate: रविवार को दुर्ग जिले में तेज धूप खिली। दोपहर में उमस जैसा महसूस होने लगा। भले ही अधिकत तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन न्यूनतम तापमान ने छलांग लगा दी। रात का पारा 14.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे दुर्ग जिले में ठंडक गायब हो गई। पिछले 4 दिनों में न्यूनतम तापमान हर दिन एक डिग्री चढ़ता गया।

मौसम विभाग ने अभी इसमें और बढ़ोतरी की संभावना जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर मध्य तक ठंडक गायब रह सकती है, इसके बाद इसमें गिरावट आएगी। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के करीब पहुंचना संभावित है। नवंबर की शुरुआत से तापमान में गिरावट आने की शुरुआत हो गई थी। लग रहा था कि इस साल नवंबर में ही कंपकपी का अहसास होने लगेगा, लेकिन उत्तर से बह रही हवा की दिशा में परिवर्तन से मौसम तंत्र प्रभावित हो गया।

इस साल में पूरे नवंबर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे नहीं गया है। साल 2016 में नवंबर मध्य में न्यूनतम पारा 9.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। साल 2021 में भी तापमान 10 डिग्री सेल्सियस था।

दस साल में कैसा रहा नवंबर का तापमान

सब्जियों को खतरा, फसल पर रखें नजर

बेमौसम बदली और बारिश से फसल को हमेशा नुकसान का खतरा रहता है। यह बदली और बारिश की स्थिति पर निर्भर करता है। मौजूदा स्थिति में जिले में ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है। फिर भी सावधानी जरूरी है। मौजूदा स्थिति से सबसे ज्यादा खतरा सब्जियों की खेती को है। सब्जियों में कीट व्याधि का खतरा रहेगा। इसलिए किसान फसल पर नजर रखें। लक्षण नजर आएं तो विशेषज्ञों से सलाह लेकर उपचार करें।

-डॉ. वीके जैन, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र पाहंदा

साल अधिकतम न्यूनतम

2024 31.5 13.8

2023 30.6 11.9

2022 32.8 12.2

2021 33.4 10.0

2020 34.4 10.9

2019 33.6 14.2

2018 34.8 11.0

2017 32.4 10.4

2016 33.4 9.8

2015 33.2 14.8

2014 33.4 10.2

2013 33.0 10.9

जानिए… आखिर कहां गई ठंडक

मौसम विभाग के विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि आम तौर पर नवंबर मध्य से ही उत्तर की ठंडी हवा का बहाव छत्तीसगढ़ एवं उससे लगे राज्यों की ओर शुरू हो जाता है। इस बार मौसम चक्र में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उत्तर दिशा से ठंडी और शुष्क हवा का प्रवेश बाधित हो गया है। वर्तमान समय में हवा का रुख पूर्वी या दक्षिण पूर्व बना हुआ है। इसके अलावा पश्चिम में तैयार हुए विक्षोभ की वजह से हवा में नमी की मात्रा बढ़ी हुई है। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक नमी बढ़ने से यह ठंडी हवा को खुद समेट लेता है। जिससे ठंडी हवा का सर्कुलेशन नहीं होता। बादल ठंडक भरी हवा को ट्रैप कर ऊपर नहीं उठने देता, बल्कि इसे दोबारा से धरती की तरफ भेज देते हैं। यही वजह है कि न्यूनतम तापमान में वृद्धि होती है। दिन का अधिकतम पारा भी बढ़ता है।

डॉक्टर्स ने जानिए, इस मौसम की सावधानियां…

वायरल का खतरा बढ़ा

अचानक ठंडक और तापमान में उतार-चढ़ाव से वायरल का खतरा बना हुआ है। बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। यदि छोटे बच्चे हैं तो उन्हें एक एक्स्ट्रा लेवर कपड़े पहनाएं। जिन बड़े बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या है तो उन्हें फिलहाल स्कूल नहीं भेजें। अभी वायरल तीन से चार दिनों में ठीक हो रहा है। बच्चों की खास देखभाल बेहद जरूरी है। यदि बुखार तीन दिनों से अधिक बना रहता है तो डॉक्टर को जरूर दिखा दें।

-डॉ. एपी सावंत, पीडीयाट्रिशन

सर्दी होने पर मास्क का उपयोग करें

इस मौसम में एक तरह का एयर बॉन्ड वायरल फैला हुआ है। जिससे बड़ों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण हैं। बेहतर होगा कि डॉक्टर को दिखा दें। सर्दी होने पर मास्क का उपयोग जरूर करें ताकि दूसरे संक्रमित न हों। सर्दी, खांसी होने पर खासतौर पर बच्चों से खुद को दूर रखें। बेहतर होगा कि कुछ समय के लिए खुद को आइसोलेट कर लें।

-डॉ. सुधीर गांगेय, एमडी मेडिसीन