
दुर्ग के स्ट्रक्चर से बनेगा देश का पहला रेलवे स्टैंड केबल ब्रिज, जम्मू के अंजी नदी पर 1000 करोड़ के प्रोजेक्ट के लिए मटेरियल रवाना,दुर्ग के स्ट्रक्चर से बनेगा देश का पहला रेलवे स्टैंड केबल ब्रिज, जम्मू के अंजी नदी पर 1000 करोड़ के प्रोजेक्ट के लिए मटेरियल रवाना,दुर्ग के स्ट्रक्चर से बनेगा देश का पहला रेलवे स्टैंड केबल ब्रिज, जम्मू के अंजी नदी पर 1000 करोड़ के प्रोजेक्ट के लिए मटेरियल रवाना
दुर्ग. जम्मू के अंजी नदी में 1000 करोड़ की लागत से देश का पहला रेलवे केबल स्टैंड ब्रिज बनाया जा रहा है। इस ब्रिज का मटेरियल बिरेभाट में एटमास्टको कंपनी द्वारा तैयार किया जा रहा है। शनिवार को इसके पहले स्टॉक की पहली खेप रवाना की गई। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी प्रशांत ठाकुर और कंपनी के डायरेक्टर एस स्वामीनाथन ने हरी झंडी दिखाकर पहला खेप रवाना किया। अंजी नदी में बनने वाला यह केबल स्टैड ब्रिज देश का पहला ब्रिज है और अपनी तरह का अनोखा होगा। यह दो पहाड़ों के बीच में बनाया जाएगा। इसकी कुल लंबाई 473 मीटर होगी।
प्रदेश के लिए गौरव की बात
इसमें बेहद खास तकनीक का उपयोग हो रहा है और देश के जाने-माने इंजीनियर इसकी डिजाइन में और इसकी मैन्युफैक्चरिंग में लगे हुए हैं। इसका निर्माण 2022 तक हो जाएगा। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को इसका पहला खेप रवाना किया गया है। समय-समय पर आवश्यकता के मुताबिक खेप तैयार कर भेजा जाएगा। यह जिले और प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि यहां बना हुआ स्ट्रक्चर देश के पहले रेलवे ब्रिज मे काम आएगा और देश के गौरवशाली इतिहास का यह पन्ना दुर्ग के मटेरियल से लिखा जाएगा। इस मौके पर कलेक्टर डॉ. भुरे ने कहा कि बेहद कम समय में कंपनी ने यह कमाल किया है। इस तरह से इंजीनियरिंग में जो विशेषज्ञता दिखाई गई है वह प्रशंसनीय है।
कलेक्टर ने किया अनुभव साझा
कलेक्टर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि श्रीनगर को रेलवे कनेक्टिविटी से जोडऩा बड़ी तकनीकी चुनौती है। यह दुर्ग की विशेषज्ञता से कर पा रहे हैं। यह बड़ी बात है। एसपी प्रशांत ठाकुर ने इस मौके कहा कि जम्मू श्रीनगर के बीच बनने वाले इस खास ब्रिज में दुर्ग की विशेषज्ञता शामिल है। यह गौरव की बात है। प्रोजेक्ट में योगदान देने वाले अधिकारियों श्रमिको को सम्मानित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि सबके योगदान से ही बड़ी चीज तैयार होती है। जब शुगर मिल कवर्धा में बना तो सब तैयार था, बैंगलोर से नट बोल्ट आनी थी, उसकी वजह से काम 15 दिन तक रुका। यह बताता है कि हर छोटी चीज की भी कितनी बडी भूमिका होती है।
Published on:
23 May 2021 12:55 pm
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