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CM जिस स्कूल में पढ़े, वहीं खुलेगा प्रदेश का 17 वां कृषि महाविद्यालय, गणतंत्र दिवस पर मिली सौगात

प्रदेश का 17 वां कृषि महाविद्यालय मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में खुलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्रवासियों को इसकी सौगात देंगे।

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भिलाई

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Dakshi Sahu

Jan 27, 2019

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CM जिस स्कूल में पढ़े, वहीं खुलेगा प्रदेश का 17 वां कृषि महाविद्यालय, गणतंत्र दिवस पर मिली सौगात

भिलाई. प्रदेश का 17 वां कृषि महाविद्यालय मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में खुलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्रवासियों को इसकी सौगात देंगे। मुख्यमंत्री ने जिस गांव के स्कूल से पढ़ाई की है। उसी स्कूल से कृषि महाविद्यालय की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा भी कर सकते हैं। पाटन में प्रस्तावित कृषि महाविद्यालय में बागवानी, वानिकी, उद्यानिकी और कृषि से जुड़ी कई विभागों की पढ़ाई आगामी शैक्षणिक सत्र से शुरू होगी।

बीटेक की पढ़ाई शुरू
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। शैक्षणिक सत्र २०१९-२० में कृषि महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन की व्यवस्था के साथ पढ़ाई शुरू करने की तैयारी में जुटा है। ताकि प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (पीएटी) के प्रावीण्य सूची के अनुसार छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जा सके। बीटेक की पढ़ाई भी शुरू हो।

चाहिए ५० एकड़ जमीन
कृषि महाविद्यालय खोलने के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। पाटन में कृषि महाविद्यालय खोलने के लिए पर्याप्त शासकीय जमीन है। मर्रा शासकीय स्कूल जिसे प्रशासनिक भवन बनाने की तैयारी चल रही है। उसी स्कूल के नाम पर ही लगभग 15 एकड़ खेती की जमीन है। जहां प्रशासनिक भवन, रिसर्च सेंटर, प्रयोगशाला बनाया जा सकता है।

फिल्ड के लिए आसपास की जमीन को इस्तेमाल किया जा सकता है। इस लिहाज से देखा जाए तो जमीन को लेकर कोई अड़चन नहीं है। वहीं कृषि महाविद्यालय खुलने से क्षेत्र के किसानों को उन्नत खेती को बढ़ावा मिलेगा। गांव के युवा कृषि की पढ़ाई के लिए प्रेरित होंगे। कृषि क्षेत्र में पढ़ाई के कॅरियर बनाने का मौका मिलेगा।

नहीं है महाविद्यालय
दुर्ग कृषि प्रधान जिला है, लेकिन यहां शासकीय महाविद्यालय नहीं है। जिले में दो निजी कृषि महाविद्यालय है। इसके अलावा बेमेतरा, राजनांदगांव, मुंगेली सहित प्रदेश में कुल 25 कृषि महाविद्यालय है। जो इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से संबंद्ध है। पाटन में महाविद्यालय खुलने से दुर्ग, रायपुर और धमतरी जिले के किसानों को फायदा होगा। जो बागवानी, और उद्यानिकी की उन्नत खेती कर रहे हैं। पाटन में सिंचाई की सुविधा भी है। कृषि जमीन, रोड के किनारे है। दुर्ग, भिलाई और रायपुर के नजदीक होने की वजह से मार्केट की सुविधा भी है।

सीएम का सम्मान 9 को
मुख्यमंत्री बघेल शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मर्रा में छठवी से ११वीं तक पढ़ाई की है। उनके साथ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एमके वर्मा सहित अन्य लोग भी पढ़े हंै। स्कूल प्रशासन 9 फरवरी को एलुमिनी मीट प्रोग्राम में यहां पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। संभवत: इसी दिन मुख्यमंत्री कृषि महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन की आधारशिला रख सकते हैं।