7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महतारी वंदन योजना में फिर गड़बड़ी, विधवा महिला को हर माह मिल रहा आधा पैसा, कुछ नहीं बता रहे अफसर

Mahtari Vandan Yojana: खुर्सीपार जोन-2 निवासी सरिता यादव को महतारी वंदन योजना का आधा लाभ मिल रहा है। हर महिने उसके खाते में सिर्फ 500 रुपए आ रहा है।

2 min read
Google source verification
खुर्सीपार की सरिता यादव - ( फोटो सोर्स- पत्रिका)

खुर्सीपार की सरिता यादव - ( फोटो सोर्स- पत्रिका)

Mahtari Vandan Yojana: खुर्सीपार जोन-2 निवासी सरिता यादव को महतारी वंदन योजना का आधा लाभ मिल रहा है। हर महिने उसके खाते में सिर्फ 500 रुपए आ रहा है। सरिता यादव के पति का निधन हो चुका है, लेकिन वह विधवा सहायता पेंशन नहीं लेती। इस लिहाज से महतारी वंदन की पूरी रकम 1000 रुपए महिना मिलना चाहिए। इसके लिए वह सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रही है लेकिन कहीं से संतोषजनक जवाब तक नहीं मिल रहा है।

विधवा पेंशन भी नहीं मिल रहा है

उन्होंने बताया कि विधवा पेंशन के लिए परियोजना अधिकारी ने कहा कि विधवा पेंशन प्राप्त नहीं होने के संबंध में नगर निगम, भिलाई से प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद को विधवा पेंशन मिलेगा। लेकिन तब तक तो महतारी वंदन योजना की पूरी राशि मिलनी चाहिए, पर नहीं मिल रहा है।

मजदूरी करके पढ़ा रही बच्चों को

सरिता यादव ने बताया महतारी वंदन योजना के तहत सरकार से 500 रुपए ही खाते में मिल रहा है। राज्य सरकार की घोषणा के मुताबिक 1000 रुपए प्रतिमाह मिलना चाहिए। वह मजदूरी करके किसी तरह तीन बच्चों का पालन पोषण कर रही है। अगर एक हजार रुपए योजना के मुताबिक मिले, तो कुछ राहत मिलेगी।

यह भी पढ़े: CG Scholarship: छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन की तारीख बढ़ी, ये होंगे प्रमुख दस्तावेज

14 माह से आ रहा 500 रुपए कम

सरिता यादव ने बताया महतारी वंदन योजना के तहत सरकार से 500 रुपए ही खाते में मिल रहा है। राज्य सरकार की घोषणा के मुताबिक 1000 रुपए प्रतिमाह मिलना चाहिए। वह मजदूरी करके किसी तरह तीन बच्चों का पालन पोषण कर रही है। अगर एक हजार रुपए योजना के मुताबिक मिले, तो कुछ राहत मिलेगी।

नहीं हो रहा समस्या का निराकरण

इस मामले में आम आदमी पर्टी के नेता जसप्रीत सिंह ने बताया कि उनके पास यह शिकायत पहुंची, तो उन्होंने अधिकारियों से मिलकर चर्चा की। आश्वासन सभी देते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि कोई निराकरण नहीं हुआ है। महतारी वंदन योजना के तहत पूरी राशि उनको अब तक नहीं मिली है।

कुछ नहीं बता रहे अफसर

पति की मौत के बाद सरिता तीन बेटियों का लालन पालन कर रही है। छत्तीसगढ़ शासन की योजना के तहत उसने महतारी वंदन योजना का लाभ लेने आवेदन किया। सिर्फ 50 फीसदी राशि ही उसके खाते में क्यों आ रही है, यह जानने के लिए निगम और बैंक का चक्कर काट रही है।