राजसीको की तरफ से प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल विकास परियोजना कार्यालयों (सीडीपीओ) में आवंटित किए गए फर्नीचरों (लोहे की आलमारी, टेबुल व कुर्सी) की खरीद में व्यापक स्तर पर घपला होने की शिकायतें सामने आने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भीलवाड़़ा जिले में भी बाल विकास परियोजना कार्यालयों में आए फर्नीचरों की जांच शुरू की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता ने बताया कि जिले में बारह परियोजना कार्यालय है। इनमें राजसीको की तरफ से पांच परियोजना कार्यालय आसीन्द, जहाजपुर, सुवाणा, मांडलगढ़ व सहाड़ा में फर्नीचर भिजवाए गए।
तीन सीडीपीओ में जांच में
गुप्ता ने बताया कि प्रदेश मुख्यालय के आदेश में जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के अधीन बारह में से तीन परियोजना कार्यालयों में एसीबी की टीम फर्नीचरों की गुणवत्ता की जा की जा रही है। सुवाणा परियोजना कार्यालय में गुरुवार दोपहर जांच शुरू की जा कर देर रात तक फर्नीचरों का नाप तोल किया गया। यहां फर्नीचरों का वजन करवाने के साथ ही उनकी गुणवत्ता की जांच तकनीकी टीम से कराई। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सुबह 11 बजे बाद सहाड़ा व मांडलगढ़ परियोजना कार्यालयों में आए फर्नीचरों की जांच कराई गई। फर्नीचरों को बाद में एक कक्ष में सील कर दिया गया।रिपोर्ट जयपुर भेजेंगे।
एसीबी की कार्रवाई से मचा हड़कम्प
गंगापुर महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय पर शुक्रवार को एसीबी टीम ने छापामार कार्रवाई की। इससे सरकारी कार्यालयों में हडकम्प मच गया।
एसीबी की टीम को राज्य सरकार के स्तर पर टेबल,कुर्सियां व आलमारी खरीदने में अनियमितता की शिकायत मिली थी। जिसके बाद शुक्रवार को भीलवाड़ा से आई एसीबी टीम सीआई शिवप्रकाश टेलर के नेतृत्व में गंगापुर कार्यालय पहुंचकर वहां रखे सामानों का वजन कराकर भौतिक सत्यापन किया गया। एसीबी के सीआई टेलर के अनुसार गंगापुर के महिला एवं बालविकास विभाग में तीस फर्नीचर खरीदे गए। जिसकी जांच रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेज दी गई। कार्रवाई के दौरान प्रहलाद पारीक,विनोद कुमार विश्रोई, ईश्वरसिंह,अरविंदसिंह,विनोद महरिया मौजूद थे।