
ध्रुव सुवालका के ब्रेनीवुड का कमाल
भीलवाड़ा के पच्चीस वर्षीय ध्रुव सुवालका आज डिजीटल प्लेटफार्म की बड़ी पहचान है। कोरोना संकट काल में ध्रुव ने बचपन में स्कूल की किताबों का बोझ कम करने की ठानी और महज चार साल में उसने यह कर दिखाया।
आत्म निर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में ध्रुव द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप ब्रेनीवुड एप से दुनियां के लाखों बच्चों व युवा बहुत कुछ सीख रहे है।
बच्चों की स्मरण शक्ति को मजबूती
ध्रुव बताते है कि हजारों सवालों का जवाब हम कैसे याद रखेंगे। यह सवाल एक के बाद एक परीक्षाओं में परेशान करते रहे, लेकिन समय पर समाधान नहीं निकल पाया। ऐसे में ठान ली कि दूसरे बच्चों की स्मरण शक्ति को मजबूत करने के लिए कुछ ऐसा करेंगे, जिससे उनके लिए परीक्षा बोझ ना रहे।
ओटीटी प्लेटफार्म
ध्रुव ने इसी जिद को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाया और कर दिखाया, उनका फार्मूला आज ओटीटी प्लेटफार्म पर सवालों का बड़ा जवाब बन गया है। दुनियां भर के हजारों बच्चे उससे जुड़ कर अपने सवालों को आसान कर रहे हैं।
बेस्ट इनोवेटिव एडटेक स्टार्टअप का अवार्ड
वह बताते है कि ब्रेनीवुड राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान मिल चुके है। गिनीज़ बुक रिकॉर्ड भी इस संस्था के पास है। गत वर्ष एशियन एजुकेशन सोसायटी द्वारा बेस्ट इनोवेटिव एडटेक स्टार्टअप का अवार्ड दिया गया, इस स्टार्टअप को ध्रुव के साथ डॉ. विनोद शर्मा का भी पूरा सहयोग मिल रहा है । देश-विदेश में अभी 1500 से ज़्यादा इनकी फ्रेंचाइजीहै। और लगभग 75 से ज़्यादा का स्टाफ है।
दिमाग नहीं बना पाया तस्वीर
कांचीपुरम निवासी सीए रजनीश-कल्पना सुवालका बताते है कि पुत्र ध्रुव राजस्थान पत्रिका के साप्ताहिक कॉलम माइंड इट से काफी प्रभावित रहा। उन्होंने बताया कि कि मन ने मशहूर क्रिकेटर रोहित शर्मा या अभिनेता सलमान खान का नाम लिया, दिमाग ने तुरंत दोनों की तस्वीर बना दी। जेहन में संख्या उभरी 57 , लेकिन दिमाग तस्वीर नहीं बनाया पाया। इसी मन की सोच को दिमाग में उतारने के लिए ध्रुव ने एप के जरिए नवाचार किया ।
Published on:
21 Jan 2024 12:28 pm
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