जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के भीलवाड़ा रोडवेज में गड़बड़ी के बाद फरार आगार के मुख्य प्रबंधक (चीफ मैनेजर) परमवीरसिंह राणावत को बुधवार को एपीओ (पदस्थापन की प्रतीक्षा) कर दिया गया। राणावत का मुख्यालय जयपुर किया गया है। इस सम्बंध में रोडवेज के कार्यकारी निदेशक (प्रशासन) संजीव कुमार पाण्डेय ने आदेश जारी किए। भीलवाड़ा आगार के प्रबंधक (वित्त) ओमप्रकाश चेचाणी कार्यवाहक मुख्य प्रबंधक होंगे।
यह था मामला
मालूम हो 17 फरवरी को जयपुर एसीबी ने बस सारथी लगाने और लगातार डयूटी देने के लिए मुख्य प्रबंधक राणावत के नाम पर साढ़े आठ हजार रुपए की रिश्वत लेते दलाल बद्रीलाल सुवालका को गिरफ्तार किया था। दलाल के हत्थे चढ़ने की भनक लगने पर मुख्य प्रबंधक फरार हो गए। करीब आठ दिन से तलाश है। एसीबी के पास चीफ मैनेजर से पूछताछ की लम्बी फेहरिस्त है। पकड़ में आने के बाद भीलवाड़ा आगार में हुए गड़बड़ झाले की परत खुल सकेगी।
आठ दिन से अफसरविहीन था आगार
जयपुर में दलाल पकड़े जाने के बाद भीलवाड़ा एसीबी चीफ मैनेजर को हिरासत में लेने शुक्रवार शाम बस स्टैंड पहुंची तो पता चला कि वे तीन दिन की छुट्टी पर है। तब से अब तक आठ दिन में भीलवाड़ा आगार अफसरविहीन था। चीफ मैनेजर के साथ कौन-कौन भ्रष्टाचार में लिप्त है। इसे लेकर राणावत के पकड़े जाने के बाद ही एसीबी परत खोल पाएगी। भीलवाड़ा एसीबी ने सम्भावित स्थानों पर चीफ मैनेजर की तलाश में दबिश भी दी, लेकिन वह हाथ नहीं आए है।