भीलवाड़ा. बाबा रामदेव ने क्षत्रिय समाज को लेकर दिए बयान पर शनिवार को माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मेरा मंत्वय किसी समाज को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं इस मुद्दे पर बोलना नहीं चाहता था, लेकिन मुंह से निकल गया। इसके लिए माफी मांगता हूं।
मालूम हो, रामदेव ने जंतर मंतर पर धरनारत पहलवानों को लेकर पूछे सवाल पर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर दुराचार के आरोप शर्मनाक है। उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज देना चाहिए। इस पर राष्ट्रीय करणी सेना के राष्ट्रीय सदस्य विश्वबंधुसिंह राठौड़, शहर अध्यक्ष अक्षदीपसिंह, सुरेन्द्र सिंह मोटरास, सुरेन्द्रसिंह पांसल आदि समाजजन बाबा रामदेव से मिले व विरोध जताया। राजपूत करणी सेना की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य विश्व बंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि स्वामी रामदेव के भीलवाड़ा आने पर उनका स्वागत है, लेकिन उनका जो स्टेटमेंट था वह हमारे दिल को ठेस पहुंचाता है। स्वामीजी कैसे कह सकते हो कि बृजभूषण सिंह को उठाकर जेल में डाल दो। वह अपनी बात कहने के लिए संघर्ष कर रहा है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि भाई विश्व हिंदू सिंह राठौड ने मुझे बताया कि कुछ लोग मेरे बयान को राजपूत समाज के विरोध से जोड़कर देख रहे हैं। यह बात सरासर गलत है। मैं भी क्षत्रिय कुल में जन्मा हूं। मैं क्षत्रिय धर्म के शौर्य और वीरता को समझता हूं जो अन्याय के खिलाफ लड़ता है। महाराणा प्रताप के शौर्य और बलिदान की विरासत हमें राजपूत समाज से ही मिली है। उसका अनादर करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।