प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक की ओर से मांगी गई जिला शिक्षा अधिकारियों से 0 से 10 नामांकन वाले सरकारी स्कूलों की सूची 26 व 27 मई तक पेश करनी होगी। इसे लेकर सभी जिला मुख्यालयों पर सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में 80 ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जहां 0 से 10 नामांकन वाले विद्यालय हैं। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद विद्यालयों में नामांकन नहीं बढ़ाया जा रहा है। स्कूलों में उच्च शिक्षित शिक्षक हैं। बेहतर कक्षा-कक्ष हैं। कंप्यूटर के साथ अन्य सुविधाएं भी हैं। पोषाहार खिलाया जाता है। हर सत्र से पहले प्रवेशोत्सव के ढोल बजाकर अभिभावकों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। इसके बावजूद भी नामांकन नहीं बढ़ रहा है।
प्रारम्भिक सूची के अनुसार जिले में एक ऐसा स्कूल है, जिसमें वर्तमान में नामांकन शून्य है। वह बिजौलिया ब्लॉक में उच्च प्राथमिक विद्यालय लक्षमीविलास है। इसके अलावा शाहपुरा ब्लॉक के धनकाखेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय में 2 छात्र हैं। वही छह विद्यालय ऐसे है जहां मात्र 3-3 छात्रों का नामांकन है।
26 व 27 मई को करनी होगी पेश निदेशक ने प्रदेश के सभी 41 जिलों को चार समय में विभाजित किया है। इसके तहत 26 मई को सुबह 10 बजे से 2 बजे तक सिरोही, धौलपुर, प्रतापगढ, बांसवाड़ा, जालोर, बूंदी, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, राजसमंद, भरतपुर, डीग जिलों के प्रतिनिधि को रिपोर्ट पेश करनी होगी। उसी दिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक डूंगरपुर, अजमेर, ब्यावर, हनुमानगढ, चित्तौडगढ, पाली, उदयपुर, सलूम्बर, भीलवाड़ा, चूरू, करौली व टोंक जिले को पेश करनी होगी। 27 मई को सुबह 10 से 2 बजे तक जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर, बाड़मेर, बालोतरा, सीकर, झुंझुनू, झालावाड, नागौर, डीडवाना-कुचामन को तथा दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक दौसा, जोधपुर, फलौदी, जयपुर जयपुर, कोटपूतली-बहरोड़, अलव व खैरथल जिले के प्रतिनिधि को पेश होना होगा।