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bhilwara news : ऋषभदेव जयंती 23 को, विद्यालयों में 20 मार्च तक होगें विभिन्न कार्यक्रम

विभिन्न प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन

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Rishabhdev Jayanti on 23rd, various programs will be held in schools till 20th March

Rishabhdev Jayanti on 23rd, various programs will be held in schools till 20th March

bhilwara news : जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान ऋषभदेव के जन्म एवं दीक्षा कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में राजस्थान के सभी विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अल्पसंख्यक वर्ग के जैन समुदाय को यह अनूठा उपहार दिया है। इससे जैन समुदाय में खुशी है। शिक्षा विभाग के ग्रुप-5 के शासन उप-सचिव राजेश दत्त माथुर ने निदेशक माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा विभाग को आदेश जारी किए हैं। यह आयोजन 20 मार्च तक होंगे।

विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन

ऋषभदेव जयंती (चैत्र कृष्ण नवमी) के उपलक्ष्य में राजकीय एवं निजी विद्यालयों में भगवान ऋषभदेव के जीवन पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाएगा। इसमें चार्ट बनाना, रंग-रोगन करना, पोस्टर बनाना, क्वीज प्रतियोगिता, प्रदर्शनी का आयोजन करना, निबन्ध लेखन प्रतियोगिता आयोजन करना, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई करना आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

शिक्षा विभाग की अभिनव पहल

ऋषभदेव नवमी 23 मार्च के अवसर पर शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिता करवाना शिक्षा विभाग की अभिनव पहल है। इसके लिए राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद ने सरकार के समक्ष निवेदन किया था। प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के तहत आने वाले विद्यार्थी इन प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे। इनमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ती-पत्र प्रदान किया जाएगा।

विद्यार्थियों को ऋषभदेव भगवान के जीवन से मिलेगी प्रेरणा

जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव भगवान के जन्म एवं दीक्षा कल्याणक महोत्सव पर विद्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करने से विद्यार्थियों को उनके जीवन और कार्याेँ से प्रेरणा मिलेगी। इससे वे अपने लक्ष्यों प्राप्त करने को प्रेरित होंगे। बच्चों को जैन धर्म के इतिहास और संस्कृति एवं परम्पराओं का जानने का अवसर मिलेगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में अहिंसा, अपरिग्रह के गुण विकसित होंगे और सत्य वचन बोलने आदत का विकास होगा। इसके अलावा उनके माध्यम से भारतीय संस्कृति में दिए गए योगदान, स्त्री शिक्षा का सूत्रपात करने के जानकारी भी बच्चों को मिलेगी।