25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रंप टैरिफ से भीलवाड़ा का टेक्सटाइल निर्यात बढ़ेगा

चमकेगा राजस्थान का टेक्सटाइल, भीलवाड़ा को होगा बड़ा फायदा बांग्लादेश की बढ़ी मांग से भीलवाड़ा को मिलेगा बड़ा लाभ

2 min read
Google source verification
Bhilwara's textile exports will increase due to Trump tariff

Bhilwara's textile exports will increase due to Trump tariff

अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाया गया आयात शुल्क (ट्रंप टैरिफ) भीलवाड़ा टेक्सटाइल के लिए बूस्टर डोज का काम करेगा। अमरिका ने भारत के रेडीमेड गारमेंट्स पर कुल 61 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है, जबकि बांग्लादेश से आने वाले गारमेंट्स पर केवल 20 प्रतिशत टैरिफ लागू है। इस भारी अंतर से अमरिका में बांग्लादेशी गारमेंट्स का निर्यात तेजी से बढ़ेगा। बांग्लादेश को रेडीमेड गारमेंट्स निर्माण के लिए यार्न की बड़ी मात्रा की आवश्यकता होगी, जिसकी आपूर्ति मुख्य रूप से भीलवाड़ा से होगी। इससे राजस्थान का टेक्सटाइल उद्योग विशेषकर भीलवाड़ा के यार्न निर्यातकों की बल्ले-बल्ले हो जाएगी।

भीलवाड़ा से बढ़ेगा यार्न का निर्यात

मेवाड़ चैम्बर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स के महासचिव आरके.जैन ने कहा कि “ट्रंप टैरिफ का सीधा असर भारत के रेडीमेड गारमेंट निर्यातकों पर जरूर पड़ेगा, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से यह भीलवाड़ा के यार्न उद्योग को मजबूती देगा। बांग्लादेश पहले से ही भारत से भारी मात्रा में यार्न आयात करता है और अब वहां गारमेंट उत्पादन बढ़ने पर यार्न की खपत और बढ़ेगी। भीलवाड़ा का यार्न उद्योग लंबे समय से विश्व बाजार में अपनी गुणवत्ता और समय पर आपूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां से पहले ही 65 देशों को यार्न निर्यात हो रहा है। आने वाले वर्षों में यह आंकड़ा और बढ़ेगा। यह न केवल निर्यातकों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन के लिए सकारात्मक संकेत है।

पिछले साल में 22 प्रतिशत निर्यात बढ़ा

बीते वित्तीय वर्ष में भीलवाड़ा से लगभग 5,850 करोड़ रुपए का यार्न निर्यात हुआ, जो पिछले वर्ष से 2023-24 से 22 प्रतिशत अधिक है। इसमें से 40 से 50 प्रतिशत यार्न अकेले बांग्लादेश में निर्यात किया गया। आने वाले समय में यह अनुपात और बढ़ेगा। इससे हजारों श्रमिकों को रोजगार मिलेगा और सह उद्योगों को भी मजबूती मिलेगी। जैन ने सरकार से अपेक्षा जताई कि निर्यातकों को कच्चे माल पर स्थिर मूल्य, सुगम निर्यात नीतियां और लॉजिस्टिक लागत में राहत मिले, ताकि भारत का टेक्सटाइल उद्योग वैश्विक स्तर पर और प्रतिस्पर्धी बन सके।

डेनिम और सूटिंग पर असर नहीं

डेनिम का निर्यात अमरिका को छोड़कर मेक्सिको, अर्जेंटीना, कोलम्बिया, ब्राजील, मोरक्को, टर्की, मेडागास्कर और बांग्लादेश को होता है। पिछले वित्तीय वर्ष में डेनिम का निर्यात 637 करोड़ रुपए का रहा, जो 2023-24 की तुलना में 106 करोड़ रुपए अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि डेनिम और सूटिंग पर ट्रंप टैरिफ का असर नहीं पड़ेगा।