पुलिस के अनुसार पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह क्रिकेट सट्टे के दलदल में बुरी तरह फंस गया था। सट्टे में लाखों रुपए डूब गए। सटोरियों ने पैसा नहीं मिलने पर बैंक में फजीहत करने की धमकी दी। गबन से पार नहीं पडऩे पर उसने बैंक से ही अपने नाम तीन लाख का लोन लिया। लोन की जो राशि मिली। उसने बाहर आते ही सटोरियों को दे दी।
तोतला से मिलवा खींच लिए हाथ पूछताछ में सामने आया कि राजेश का बैंक के एक कर्मचारी से मेलजोल ज्यादा था। वह कर्मचारी वायदा कारोबार में पैसा लगाता था। कर्मचारी ने राजेश को वायदा कारोबार करने के लिए उकसाया। उसने ही
वायदा कारोबारी पवन तोतला से मिलवाया। राजेश शुरुआत में वायदा कारोबारी के यहां कम राशि लगाता था। लालच में बड़ा दावं लगाने लगा। नुकसान होने पर बैंक कर्मचारी ने हाथ खींच लिया, जबकि राजेश कर्जें में डूबता चला गया। पुलिस कर्मचारी के बारे में अनुसंधान कर रही है। उधर, राजेश का मोबाइल मंगलवार को बरामद नहीं हो पाया। वह वायदा कारोबार का हिसाब मोबाइल में रखता था।
बैंकों ने ली सीख, कैश का हो रहा सत्यापन
अरबन बैंक में ढाई करोड़ के गबन के बाद अन्य निजी व सरकारी बैंकों ने गोपनीय रूप से सेफ में रखी नकदी का सत्यापन करवाना शुरू कर दिया है। स्ट्रॉन्ग रूम में रखी नोटों की गड्डियों को खोलकर देखा जा रहा है।
अरबन बैंक में ढाई करोड़ के गबन के बाद अन्य निजी व सरकारी बैंकों ने गोपनीय रूप से सेफ में रखी नकदी का सत्यापन करवाना शुरू कर दिया है। स्ट्रॉन्ग रूम में रखी नोटों की गड्डियों को खोलकर देखा जा रहा है।