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दलित को घोड़ी से उतारने का मामला दलित संगठनों का फूटा गुस्सा, प्रदर्शन

सामाजिक बहिष्कार की घटना के विरोध में दलित संगठनों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर विरोध जताया

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Dalit organizations scolded demonstrations in bhilwara

Dalit organizations scolded demonstrations in bhilwara

भीलवाड़ा।

करेड़ा के गोवर्धनपुरा में बिंदौली के दौरान घोड़ी से उतारकर दूल्हे और रिश्तेदारों से मारपीट तथा पीडि़त परिवार के कथित सामाजिक बहिष्कार की घटना के विरोध में दलित संगठनों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर विरोध जताया। संगठनों ने घटना को लेकर को सत्तारूढ दल को जिम्मेदार ठहराया और कांग्रेस पर भ्रामक जानकारी का आरोप लगाया।

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गुरुवार को दलित संगठनों का विरोध यहां कलक्ट्रेट में गूंजा। वे विरोध रैली के रूप में पहुंचे। घटना पर रोष जताया। इसके बाद प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर मंच के अध्यक्ष प्यारे लाल खोईवाल ने कांग्रेस की तरफ से बुधवार को जारी गोवर्धनुपरा में दलित के घर पर पानी का टैंकर पहुंचने की बात का खंडन किया।

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उनका आरोप था कि यह केवल दलित वोट हथियाने की बातें है। उन्होंने पार्टी को दलित के नाम राजनीति नहीं करने की हिदायत भी दी। एडीएम (प्रशासन) एल आर गुगरवाल व एसपी प्रदीप मोहन शर्मा को दिए ज्ञापन में मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने का आरोप लगाया। ऑल राजस्थान रैगर युवा महासभा ने करेड़ा थानाप्रभारी पर भी केस दर्ज करने की मांग की। इस दौरान अजा-अजजा एकता मंच, अखिल भारतीय रेगर महासभा, कोली समाज व भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के सदस्य मौजूद थे।

सवाल, जो मांग रहे हैं जवाब

1. आठ वर्ष पहले दूल्हे के बड़े भाई की बिंदोली रोकी। फिर भी प्रशासन ने मामले की गंभीरता क्यों नहीं समझी?
2. विवाद के अंदेशेे के बावजूद इतना कम पुलिस बल गांव में क्यों भेजा गया? क्या यह लापरवाही नहीं?
3. घटना के पांच दिन बाद भी विभाग ने लापरवाही के लिए अभी तक किसी की जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की?
4.मामले के राष्ट्रीय स्तर पर उछलने के बाद प्रशासन ने जांच का कदम उठाया, आखिर इतनी देरी क्यों?
5. पीडि़त परिवार को महफूज महसूस कराने के लिए क्या कड़े कदम उठाए गए?
6. ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए भविष्य में क्या-क्या उपाय सोचे?

एएसपी को सौंपी जांच
भीलवाड़ा. पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने मामले की जांच सहाड़ा एएसपी अरूण माच्या को सौंपी। कोर्ट ने केस में बुधवार को गिरफ्तार सभी छह आरोपितों की जमानत मंजूर कर ली, जबकि गोवर्धनपुरा गांव में गुरुवार को भी एहतिहातन पुलिस तैनात रही। एसपी शर्मा ने बताया कि एएसपी माच्या रविवार रात की समूची घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे। वही घटनाक्रम को लेकर पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह की अगुवाई में टीम जांच कर रही है। करेड़ा पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार छह आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, यहां जमानत मंजूर कर ली गई।

गांव पहुंची भाजपा टीम
उपाध्यक्ष मणिराज सिंह की अगुवाई में जिला भाजपा की टीम ने गोवर्धनपुरा में पीडि़त परिवार से मिलकर पुलिस व प्रशासन की मदद व न्याय का विश्वास दिलाया। भाजपा ने कांग्रेस को चेताया कि वह घटना को तूल देकर सामाजिक समरसता न बिगाड़े। मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर एवं भाजपा जिलाध्यक्ष दामोदर अग्रवाल ने भरोसा दिलाया कि पुलिस व प्रशासन निष्पक्ष एवं स्वतंत्र होकर कार्य करेगा।