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किसानों ने सड़क पर दूध बहाकर किया भारत बंद का समर्थन, नही करेंगे फसलों का बेचान

सैंकड़ों किसानों ने एकत्रित होकर भारत बंद का समर्थन करते हुए अपने दुग्ध को सड़क पर बहा दिया

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Farmers milk brought India supported in bhilwara

Farmers milk brought India supported in bhilwara

पारोली।

पंचायत समिति के ककरोलिया घाटी ग्राम पंचायत पर शनिवार सुबह ककरोलिया घाटी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के बूथ पर ग्राम पंचायत के सैंकड़ों किसानों ने एकत्रित होकर भारत बंद का समर्थन करते हुए अपने दुग्ध को सड़क पर बहा दिया। 11 सूत्रीय मांगों के लिए प्रदर्शन किया।

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सरस डेयरी अध्यक्ष गिरधारीलाल जाट व कैलाश गोदारा ने बताया किसानों द्वारा एक से 10 जून तक किसान हित में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू हो ताकि फसलों का लाभकारी मूल्य मिल सके। समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद शुरू हो ताकि फसलों का उचित मूल्य मिले। किसान जो कर्जे की मार तले दबा हुआ है।

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उसका संपूर्ण कर्जा माफ किया जाए क्योंकि जब देश के कई उद्योगपति पैसा लेकर के देश से भाग जाते हैं और उनका कर्ज माफ हो जाता है तो किसानों के ऋण माफी की बात पर बवाल खड़ा क्यों होता है। निराश्रित गोवंश के संबंध में सरकार कोई कड़ा कदम उठा लें जिससे कि किसान की फसल बर्बाद ना हो सके। निराश्रित गोवंश प्रबंधन कर सरकार किसानों को राहत प्रदान करें। साथ ही उन्होंने कहा की सरकार नकली बीज नकली दवा पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाए।

10 जून तक रहेगी डेयरी बंद किसानों से सर्वसम्मति से बाजार मे फसल बेचान व 10 जून तक डेयरी बंद रखने का निर्णय लिया। किसानो व ग्रामीणों ने भारत बंद का समर्थन करते हुए किसानों की उपज को बाजार में न बेचने व साथ ही कोई वस्तु न खरीदने का संकल्प लिया। साथ ही 10 जून तक गांव की डेयरी बंद करने का फैसला लिया।

इस मौके पर किसान संघ के इकाई अध्यक्ष उदयलाल जाट, हरदेव जाट, सांवर बरडक, सोदान रेबारी, लादू गुर्जर, जगदीश सेन , भारती भील, चुन्नी कुम्हार, नारायण सिंह, धन्ना कलाल, परमेश्वर जाट, हेमराज जाट, देवराम सुथार, हरलाल रायका, हीरालाल जाट, कालू बैरवा सहित किसान व ग्रामीण मौजूद रहे।