बैंकों की तर्ज पर अब ग्राम सेवा सहकारी समितियों को भी माइक्रो एटीएम से जोड़ने का काम जोर-शोर से चल रहा है। प्रदेश की सभी समितियां एटीएम से जुड़ने के बाद किसान किसी भी समिति से अपना हिसाब किताब देख सकेगा। केंद्रीय सहकारिता मंत्री के अनुसार सहकारिता की रीढ़ ग्राम सेवा सहकारी समितियां हैं उसका स्वरूप बदलने का काम किया जा रहा है। सहकारी समिति का सदस्य किसान कोई भी लेन-देन किसी भी सहकारी समिति से कर सकेगा। ऐसा प्रयास सरकार अपने स्तर पर कर रहे ही। इसमें पेंशन, अनुदान योजना की राशि, पासबुक में एंट्री और अपने बैंक खाते का स्टेटमेंट महज एक क्लिक पर मिल सकेगा।
सहकारिता विभाग की मंशा ग्रामीण अंचल के लोगों तक सहकारिता विभाग, नाबार्ड और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देश पहुंचाना है। इससे ग्रामीण अंचल तक केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। सहकारिता विभाग फसली ऋण के साथ-साथ अन्य ऋण भी देगा। पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना के पहले चरण में भीलवाड़ा जिले में 308 ग्राम सेवा सहकारी समितियों को ऑनलाइन हो चुकी है। शेष 51 को आनलाइन करने का काम किया जा रहा है। गौरतलब है कि प्रदेशभर में 6781 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियां है जिनको प्रथम चरण में पैक्स कंप्यूटराइजेशन से जोड़ते हुए ऑनलाइन किया जा रहा है।
केंद्र करेगा खर्च
इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक सोसायटी पर करीब चार लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके तहत सोसायटी में कंप्यूटर, प्रिंटर और पास बुक एंट्री मशीन, इंटरनेट सिस्टम सहित अन्य जरूरी उपकरण इंस्टॉल कर दिए गए हैं। इन सभी उपकरणों का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। इससे बड़ा फायदा नकद लेन-देन में होगा। वहीं नाबार्ड की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। इससे बैंक गतिविधियों में पारदर्शिता एवं जवाबदेही होगी। अधिकारी भी इस पर नजर रख सकेंगे।
भीलवाड़ा जिले में हैं 359 सहकारी समितियां
जिले की 359 सहकारी समितियां हैं। इनमें 353 में काम लगभग पूरा होने को है। जबकि 308 में काम पूरा हो चुका है। सरकार के आदेशानुसार दस्तावेजों को ऑनलाइन करने का काम अंतिम चरण में है। जिले की सभी समितियां ऑनलाइन होगी। यह काम पूरा होने बाद किसानों को पारदर्शी व्यवस्था उपलब्ध होंगी।
अंतिम चरण में चल रही तैयारी
जिले के करीब 1.50 लाख से अधिक किसानों को राहत देने के लिए ग्राम सेवा सहकारी समितियों को पैक्स कंप्यूटराइजेशन एवं माइक्रो एटीएम से जोड़ा जा रहा है। यह काम पूरा होते ही किसानों को हर सुविधा मिल सकेगी। माइक्रो एटीएम नाबार्ड की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे है।
आलोक चौधरी, प्रबंध निदेशक सीसीबी भीलवाड़ा
सीसीबी चयनित तैयार
Published on:
25 Jun 2025 08:51 am