
होली का रोपा डांडा, मंदिरों में गूंजेंगे फाग गीत
भीलवाड़ा में माघ पूर्णिमा पर शनिवार को शहर में विभिन्न जगहों पर शुभ मुहूर्त में होलिका डांडा रोपने की परंपरा निभाई गई। डंडा रोपण पर मंदिरों में ठाकुरजी के सम्मुख फाग के गीत सुनाए गए। अब एक माह बाद फाल्गुन शुक्ल की पूर्णिमा को होलिका दहन होगा।
पुराने शहर में होलिका दहन को लेकर डांडा रोपा गया। तेजाजी चौक, होली का ठान, प्रांगण में सर्व समाज की उपस्थिति में होली का डांडा पूजा कर रोपा गया। रामलाल तेली ने बताया कि 500 बरस पुरानी परंपरा में पुराना भीलवाड़ा की मुख्य होली का डांडा रोपा गया। इस दौरान नगर व्यास गोविंद और कमलेश के मंत्रोच्चारण के साथ होली का डांडा रोपा गया। लादूलाल कसारा, अजय पाराशर, दीपक प्रजापत, रामेश्वर लाल शर्मा, बद्री लाल सुथार, राधेश्याम जांगिड़, मुकेश सोनी, लादूलाल प्रजापत आदि उपस्थित थे।
सगस बावजी जाजम ग्रुप के सदस्यों ने वर्धमान कॉलोनी के सगस बावजी के यहां होली के डांडे का रोपण किया। होलिकोत्सव के तहत संगीतमय सुंदरकांड का पाठ करते होलिका दहन किया जाएगा।मनीष बहेड़िया, राकेश असावा, शैलेन्द्र सुराणा, विनीत शर्मा, सुरेश बांगड, आशीष पाराशर, मुकेश गर्ग, खुशराज वर्मा, उदयलाल प्रजापत उपस्थित थे। इसी प्रकार रोडवेज बस स्टैंड के पास आनंदधाम हवेली मंदिर में सुबह 6.30 बजे होली का डांडा रोपा गया। सुमन बाहेती, विनोद गुजराती, रामचंद्र मूंदड़ा उपस्थित थे। बाहेती ने बताया कि मंदिर में 40 दिन के होली फाग उत्सव शुरू हो गए।
Published on:
25 Feb 2024 09:13 am
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