READ: पसंदीदा खरीद का अंतिम मौका, मेले में जुटती भीड़ से उत्सव का नजारा ढोल की थाप पर भंगड़ा और गिद्दा शुरु हुआ तो पूरी रात माहौल पंजाबी लोक नृत्य और संगीत से गूंजता रहा। पंजाबी गीतों पर थिरकते लोग और भांगड़ा के दृश्य देर तक लोगों को आकर्षित करते रहे। इसमें बच्चों व महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इससे पूर्व शाम को दीवान हाल में शबद कीर्तन करने के बाद अरदास हुई। गुरूद्वारा गुरूनानक महासभा के अध्यक्ष इंद्रपालसिंह सोनी, गुरप्रीतसिंह, हरमीतसिंह, मनींदरसिंह, मनप्रीतसिंह, मनदीपसिंह व त्रिलोचनसिंह समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
READ: दो हजार पतंगों से मंदिर को सजाया, संकटमोचन को चढाया काजू बादाम का चोला महासभा उपाध्यक्ष इकबालसिंह ने बताया कि ठंड का मौसम बीतने के बाद नए मौसम व फसल आने की खुशी में इस पर्व को हर बार मनाया जाता है। लोहड़ी पर्व पर नए अनाज को लेकर सिख समुदाय द्वारा पूजा-अर्चना का चलन है।
सांस्कृतिक संध्या रविवार को शहर में पंजाबी खत्री समाज की ओर से लोहड़ी पर्व रविवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। पंजाबी खत्री समाज समाज के लोगों में इसको लेकर विशेष हर्ष है। समाज के सचिव मदनगोपाल कालरा ने बताया कि रामधाम के पीछे स्थित पीएफसी गार्डन में रविवार अपराह्न 4 बजे समाज के बच्चों व महिला-पुरूषों में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसके बाद सांस्कृतिक संध्या गिद्दा की धूम का आयोजन किया जाएगा। शाम 7 15 बजे समाज के वरिष्ठ सदस्यों की ओर से पारंपरिक लोहड़ी जलाई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा पारंपरिक लोकनृत्य भंगड़ा व गिद्धा प्रस्तुत किया जाएगा।