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प्रधानाचार्य की दो साल की वेतन वृद्धि रोकी

10वीं का परीक्षा परिणाम कमजोर

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प्रधानाचार्य की दो साल की वेतन वृद्धि रोकी

प्रधानाचार्य की दो साल की वेतन वृद्धि रोकी

भीलवाड़ा।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने आसीन्द के अंटाली स्थित राउमावि के तत्कालीन प्रधानाचार्य दिनेश कुमार पीपाड़ा को अच्छा परीक्षा परिणाम नहीं देने का दोषी माना और दो साल कीवेतन वृद्धि रोक दी। पीपाड़ा अभी भीलवाड़ा के भीमगंज स्कूल में प्रधानाचार्य हैं।
शिक्षा विभाग के निदेशक सौरभ स्वामी स्वामी ने आदेश में बताया कि सत्र 2018-19 में अंटाली में पीपाड़ा के प्रधानाचार्य रहने के दौरान दसवीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम 25.93 प्रतिशत रहा। जो विभागीय मानदण्ड से कम था। पीपाड़ा को १७ जुलाई २०२१ को व्यक्तिगत सुनवाई का मौका दिया। उन्होंने बताया कि गणित के अध्यापक का एक्सीडेंट में हाथ फ्रैक्चर हो गया। अध्यापक को साल भर ब्लैक बोर्ड पर लिखने में दिक्कत आई जबकि गणित में ब्लैक बोर्ड पढ़ाई अहम है। पीपाड़ा के लिखित कथन, ज्ञापन, जांच पत्रावली तथा सुनवाई के दौरान पेश साक्ष्यों का विश्लेषण किया तो शिक्षा अधिकारी इस नतीजे पर पहुंचे है कि गणित के वरिष्ठ अध्यापक के रहते विषय का परिणाम मानदण्ड से कम रहा। इससे स्पष्ट है कि पीपाडा ने नतीजे बेहतर करने के लिए प्रयास नहीं किए। ऐसे में पीपाड़ा की दो वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जाती है। ७ सीसीए नोटिस के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई।