उन्होंने कहा कि मन में हो, वैसा ही कहना चाहिए और जो मन में हो वैसा ही करना चाहिए। सुरेन्द्र गोधा के निर्देशन में श्रावकों ने पूजा में हिस्सा लिया।आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि आदिनाथ भगवान की 48 रिद्धि मंत्रों से आरती एवं 108 रिद्धि मंत्रों से अभिषेक किया गया। करीब ४५० श्रावक व ढाई सौ से अधिक महिलाओं मंदिर में बैठकर अभिषेक व शान्तिधारा का आनन्द लिया। स्वर्ण कलश से ओमचन्द, रिखबचन्द, अजय बाकलीवाल ने तथा रजत कलश से महावीरकुमार, पवनकुमार पहाडि़या, शान्तिलाल शाह, महावीर कुमार, विशालकुमार सेठी, भागचन्द, मुकेशकुमार काशलीवाल, संनतकुमार अजमेरा, रूपचन्द, नरेशकुमार गंगवाल, राकेश कुमार, रिषभ पहाडिय़ा ने शान्तिधारा की। इनको ट्रस्ट की ओर से रजत कलश गन्धोदक सहित दिया गया। शाम को भक्तांबर आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ।
हाउसिंग बोर्ड शास्त्रीनगर स्थित सुपाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में दशलक्षण धर्म पर अभिषेक व शान्तिधारा भक्ति संगीत के साथ हुई। पण्डित पंकज भैया ने बताया कि मन, वचन, कार्य की सरल प्रवृत्ति का नाम ही आर्जव है। शाम को प्रतिक्रमण एवं उत्तम आर्जव धर्म पर शास्त्र प्रवचन हुआ। 1008 दीपों से आरती हुई। चांदमल, विनोद ठग, जिनेन्द्र, सिद्धार्थ पाटनी, भागचन्द, विजय काला, अशोक कुमार, संतोष, नीरज, पंकज बडज़ात्या, विमल, नितेश गंगवाल, भागचन्द, बसंतीलाल, प्रकाशचन्द्र, कैलाशचन्द्र गंगवाल, महेन्द्र, संदीप सोनी वे शान्तिधारा की। बहुओं की ओर से सबसे स्मार्ट कौन कार्यक्रम हुआ।
अजमेरा की गोट के बड़े मंदिर में अभिषेक व शांतिधारा चांदमल वेद, नरेश लुहाडिय़ा, मोहनलाल गदिया, कमल, पवन अजमेरा, सुशील अजमेरा ने की। डॉक्टर दीपक जैन ने कहा कि सरलता का नाम आर्जव धर्म है। शास्त्रीनगर मेन सेक्टर स्थित पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में कमल कुमार, चिन्तनकुमार बडज़ात्या, संजय, महवीर कोठारी, प्रबुद्धकुमार जैन, सुगनचन्द, विजयकुमार, अजय झांझरी ने शान्तिधारा की। ट्रस्ट अध्यक्ष विजय झांझरी ने बताया कि शाम को आरती में बड़ी संख्या में समाज के लोग हिस्सा ले रहे हैं।
वार्षिक कलशाभिषेक 23 को
बाहुबली जैन वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में 23 सितम्बर को सकल दिगम्बर जैन समाज का वार्षिक कलशाभिषेक व 26 सितम्बर को सामूहिक क्षमावणी पर्व मनाया जाएगा। समारोह दोपहर तीन बजे अग्रवाल उत्सव भवन में होगा। सोसायटी सचिव राजकुमार चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर कमेटियों का गठन किया है। इसमें सुशील चांदीवाल, वीरेन्द्र छाबड़ा, हीराचन्द चांदीवाल, राकेश पाटनी व निर्मल जैन को शामिल किया है। इस मौके पर 10 व 5 उपवास करने वाले तपस्वियों तथा प्रतिभावान छात्रों का सम्मान किया जाएगा। 26 सितम्बर को सामूहिक क्षमावणी के बाद समाज को स्नेह भोज होगा।