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Bhilwara Crime News: पत्थरदिल मां: गुनाह साबित करेगा DNA टेस्ट, अजमेर एफएसएल भेजेंगे ब्लड सैंपल

राजस्थान में पत्थरदिल मां- नाना का गुनाह साबित करने के लिए मांडलगढ़ पुलिस ने आरोपी मां का ब्लड सेपल डीएनए टेस्ट के लिए सील कर लिया है। नवजात तेजस्व के रक्त से मिलाने के लिए पुलिस दोनों के सेपल अजमेर एफएसएल लैब भिजवा रही है।

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नवजात के मुंह में पत्थर ठूंसकर, होठों पर ​फेविक्विक लगाकर फेंका, पत्रिका फोटो

राजस्थान में पत्थरदिल मां- नाना का गुनाह साबित करने के लिए मांडलगढ़ पुलिस ने आरोपी मां का ब्लड सेपल डीएनए टेस्ट के लिए सील कर लिया है। नवजात तेजस्व के रक्त से मिलाने के लिए पुलिस दोनों के सेपल अजमेर एफएसएल लैब भिजवा रही है। इसकी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। सैंपल की जांच रिपोर्ट मिलने पर पुलिस नवजात शिशु को मरने के लिए छोड़ने वाले आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में मजबूत पक्ष रखेगी।

यह है मामला

भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां क्षेत्र के सीताकुंड महादेव मंदिर के पास मंगलवार बीते माह मिले 15 दिन के नवजात शिशु को उसके जन्म के 15 दिन बाद ही मुंह में पत्थर ठूंसकर, होठों को फेवीक्विक से चिपकाकर मरने के लिए छोड़ दिया गया था। बकरियां चरा रहे लोगों की सूचना पर शिशु को पहले बिजौलियां व उसके बाद महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल के शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. इंदिरा सिंह चौहान ने बताया कि शिशु को सांस लेने में दिक्कत होने पर उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। शिशु के गर्म पत्थरों पर पड़ा रहने के दौरान शरीर पर आई चोट और घावों पर पट्टी की गई। बाल कल्याण समिति ने इस शिशु को ’तेजस्व’ नाम दे रखा है।

डीएनए जांच रिपोर्ट में होगी पुष्टि

बिजौलियां क्षेत्र के सीताकुंड महादेव मंदिर के पास गत माह मुंह में पत्थर ठूंसकर, होठों पर फेविक्विक लगाकर और गर्म पत्थर पर नवजात शिशु को मरने के लिए छोड़ देने की घटना ने लोगों के दिल दहला दिए थे। नवजात शिशु का महात्मा गांधी अस्पताल के एनआइसीयू वार्ड में अभी भी उपचार जारी है। बाल कल्याण समिति ने इस शिशु को ’तेजस्व’ नाम दे रखा है। मांडलगढ़ पुलिस ने समूचे मामले में पत्थरदिल मां- नाना को गिरफ्तार कर समूचे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है। पुलिस अब इस मामले में गुनाहगारों को सजा देने की तैयारी कर रही है। मांडलगढ़ थाना प्रभारी घनश्याम मीणा ने बताया कि घटना में लिप्त आरोपी महिला व नवजात शिशु के बीच मां-पुत्र का रिश्ता साबित करने के लिए अब कानूनी पक्ष को मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए आरोपी महिला व नवजात के ब्लड सेपल डीएनए टेस्ट के लिए ले लिए गए हैं। दोनों सेपल सुरक्षित तरीके से अजमेर की एफएसएल लैब को भिजवाया जा रहा है। यहां डीएनए टेस्ट होगा। उन्होंने बताया कि डीएनए टेस्ट कराने के लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। आरोपियों के खिलाफ जल्द चालान पेश हो सके।