READ: भोज में शामिल होने ननिहाल आए बालक की तालाब में डूबने से मौत, खेलते समय पैर फिसलकर तालाब में गिरा भीलवाड़ा गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वबंधुसिंह राठौड़ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी दोपहर में पुर बाइपास के निकट जिला परिवहन कार्यालय पहुंचे। हड़ताली ट्रांसपोर्टरों ने प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि ओवरलोड़ वाहनों का टोलनाके पर चालान होने के बावजूद वाहन मालिकों से दुबारा परिवहन विभाग जुर्माना वसूलता है। ट्रांसपोर्ट में कार्यरत ऑटो चालक अधिकतर आठवीं पास है जिससे उनका लाइसेंस नहीं बनते। इससे शैक्षणिक योग्यता में छूट दी जानी चाहिए। जिससे उन्हें लाइसेंस मे छुट दी जावें।
निजी बसों में अवैध रूप से कपड़ों की गांठो का लदान होता है, इसे पूर्णरूप से बंद किया जाए। इसके अलावा भी कई मांग रखी गई। प्रदर्शन को देखते हुए प्रतापनगर थाने से उपनिरीक्षक प्रकाश भाटी वहां पहुंचे। जिला परिवहन अधिकारी आचार्य ने मांग पत्र को सरकार तक पहुंचा देने का आश्वासन दिया। उधर, हड़ताल के चलते माल का परिवहन व लदान नहीं हो पा रहा है।
27 हजार वाहनों के थमे चक्के, 22 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित चार दिन में करीब 22 करोड़ रुपए का कार्य प्रभावित हुआ है। वहीं 27 हजार लदान वाहनों के चक्के थमे हुए है। हड़ताल के कारण ट्रांसपोर्ट दफ्तरों के ताले लटके हुए है। हमेशा आबाद रहने वाले ट्रांसपोर्ट मार्केट में चार दिन से सन्नाटा पसरा है।