रात में चद्दर ओढऩे की नौबत आ गई है। शहर में शुक्रवार को अधिकतम तापमान २९.८ डिग्री तथा न्यूनतम 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन के तापमान में एक ही दिन में तीन डिग्री गिर गया जबकि रात में सात डिग्री का अंतर आया है। शहर में गुरुवार को अधिकतम तापमान ३२ डिग्री तथा न्यूनतम १५.४ डिग्री सेल्सियस था।
मौसम में बदलाव के बाद मौसमी बीमारियों ने घेर लिया। जुकाम-खांसी के रोगियों की संख्या बढ़ी है। इससे महात्मा गांधी अस्पताल के आउटडोर में मरीजों का ग्राफ बढ़ गया है। उधर, खानपान में भी बदलाव आ रहा है।
स्वाइनफ्लू का अंदेशा, अलर्ट जारी
मौसम में आए बदलाव से स्वाइन फ्लू बढऩे का अंदेशा देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। चिकित्सकों को तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेसी जीनगर ने बताया कि सर्दी बढऩे के साथ ही स्वाइन फ्लू रोगियों के बढऩे की आशंका को लेकर जिले के चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को आइएलआई रोगियों की स्क्रीनिंग कर स्वाइनफ्लू के लक्षण पाए जाने पर तत्काल उपचार करने के निर्देश दिए। मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को संस्थान पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर रेपिड रेस्पोंस टीमों को नियमित क्रियाशील रख एहतियात बरतने के निर्देश दिए। उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने स्वाइन फ्लू के बचाव व उपचार के लिए खांसने व छींकते समय मुंह पर रूमाल का प्रयोग करने, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने व मुंह पर कपड़ा रखने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, गर्म व ताजा खाना खाने साथ हीं जुकाम व खांसी व बुखार के लक्षण होने पर तुरन्त चिकित्सक की सलाह लेने की आमजन को सलाह दी है।
मौसम में आए बदलाव से स्वाइन फ्लू बढऩे का अंदेशा देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। चिकित्सकों को तैयारियां रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेसी जीनगर ने बताया कि सर्दी बढऩे के साथ ही स्वाइन फ्लू रोगियों के बढऩे की आशंका को लेकर जिले के चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को आइएलआई रोगियों की स्क्रीनिंग कर स्वाइनफ्लू के लक्षण पाए जाने पर तत्काल उपचार करने के निर्देश दिए। मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को संस्थान पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर रेपिड रेस्पोंस टीमों को नियमित क्रियाशील रख एहतियात बरतने के निर्देश दिए। उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने स्वाइन फ्लू के बचाव व उपचार के लिए खांसने व छींकते समय मुंह पर रूमाल का प्रयोग करने, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने व मुंह पर कपड़ा रखने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, गर्म व ताजा खाना खाने साथ हीं जुकाम व खांसी व बुखार के लक्षण होने पर तुरन्त चिकित्सक की सलाह लेने की आमजन को सलाह दी है।