
Women are doing sixteen adornments, boom in the market
करवा चौथ त्योहार को लेकर गुरुवार को बाजारों में चहल-पहल रही। जहां सुहागिनें पूजा-सामग्री और शृंगार की खरीदारी में जुटी हुई हैं। शहर के मुख्य बाजारों, विशेषकर आजाद चौक में फुटपाथ पर करवा, छलनी, मिट्टी के दीपक और अन्य पूजन सामग्री की दुकानें सज गई हैं। मिठाई की दुकानों पर सफेद मीठे करवे तैयार कर लिए गए हैं। उधर बाजारों में पिछले तीन दिनों से खरीदारी के लिए भीड़उमड़ रही है। महिलाएं अपनी परंपरा के अनुसार करवा और अन्य आवश्यक वस्तुएं खरीद रही हैं। करवा चौथ के दिन सोलह शृंगार का विशेष महत्व होता है। पर्व को देखते हुए शहर के ब्यूटी पार्लरों में बंपर बुकिंग हुई है। सुबह से शाम तक सुंदर दिखने के लिए महिलाएं मेहंदी, हेयर स्टाइलिंग और मेकअप करवा रही है, जो बताता है कि इस त्योहार को लेकर महिलाओं में कितनी उत्सुकता है।
बालाजी मंदिर के महंत पं. आशुतोष शर्मा के अनुसार, सनातन धर्म में करवा चौथ के व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम, विश्वास और समर्पण के अटूट बंधन को दर्शाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्र दर्शन तक निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और चंद्रमा की विधिवत पूजा करती हैं। कार्तिक बूदी चतुर्थी को मनाया जाने वाला यह व्रत नारी शक्ति, त्याग और परिवार की खुशहाली का प्रतीक है। चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलने की परंपरा है, जिससे दांपत्य जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस दिन सोलह शृंगार कर पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
Updated on:
10 Oct 2025 11:16 am
Published on:
10 Oct 2025 11:15 am
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