
भिंड. मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के हाल किस कदर बदहाल इसका अंदेशा भिंड जिले से रविवार को सामने आई एक तस्वीर को देखकर लगाया जा सकता है। यहां एक हादसे में घायल हुए युवक के पैर में फ्रैक्चर हो गया था जिसे इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने युवक के फ्रैक्चर पैर में कच्चा प्लास्टर बांधने की जगह गत्ता लगाकर पट्टी बांध दी। इतना ही नहीं पैर टूटने के कारण दर्द से कराह रहे युवक को डॉक्टर्स ने दर्द से राहत दिलाने कोई दवाई तक नहीं दी और दूसरे अश्पताल रैफर कर दिया। फ्रैक्चर पैर पर प्लास्ट की जगह गत्ता बांधकर पट्टी बांधे जाने का मामला जब सोशल मीडिया पर आया और इसके वीडियो वायरल हुए तो अब जिम्मेदार मामले की जांच की बात कह रहे हैं।
फ्रैक्चर पैर पर गत्ता लगाकर बांधी पट्टी
जानकारी के मुताबिक भिंड के अंतियन का पुरा में बाइक पर सवार दो लोग सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। दोनों युवक यूपी के जालौन जिले के रहने वाले थे। हादसे में एक एक युवक के पैर में फ्रेक्चर हो गया था, हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने घायल युवकों को उपचार के लिए पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जहां उन्हें इलाज के लिए बेकदरी का शिकार होना पड़ा। डॉक्टर ने फ्रैक्चर पैर पर कच्चा प्लास्टर करना तो दूर एक गत्ता बांधकर पट्टी बांध दी और दर्द से राहत की दवा भी न देते हुए दूसरे अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। गत्ता बांधकर फ्रैक्चर पैर पर पट्टी बांधे जाने का वीडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
स्वास्थ्य विभाग ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सफाई दी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ हेमंत तिवारी का कहना है कि अंतियन का पुरा से एक्सीडेंट केस आया था, मरीज के पैर में पहले से ही गत्ता लगाकर पट्टी बंधी हुई थी। उन्होंने तो केवल मरीज को रैफर किया है। वहीं प्रभारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी जेएस राजपूत का कहना है कि गत्ता सपोर्ट के लिए लगाया जा सकता है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पर, प्लास्टर पट्टी नहीं होना गलत है, उन्होंने कहा कि यदि पट्टी खत्म हो गई थी तो जिले से मंगानी चाहिए थी।
Published on:
09 Oct 2022 08:07 pm
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