
MP Election 2023 : लहार विधानसभा में कांग्रेस के गोविंद सिंह पीछे, 38 साल बाद कांग्रेस के किला भेद पाएगी भाजपा ?
मध्य प्रदेश के चंबल संभाग में आने वाले भिंड जिले की पांच विधानसभा सीटों में से एक सीट है लहार। लहार सीट प्रदेश की ऐसी विधानसभा सीटों में से एक है, जो कांग्रेस का अभेद किला बनी हुई हैं। रविवार को सामने आए शुरुआती रुझानों में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. गोविंद सिंह पीछे चल रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी अंबरीश शर्मा मतगणना में आगे चल रहे हैं।
खास बात ये है कि इस सीट पर बीतें 38 साल में हुए 10 विधानसभा चुनावों में बीजेपी को सिर्फ हार का सामना ही करना पड़ा है। इस सीट पर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह 7 बार से विधायक हैं।
17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में लहार विधानसभा सीट पर 67.74 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 63.52 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 65.44 प्रतिशत ही वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है।
सीट का राजनीतिक इतिहास
लहार विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस सीट पर 1990 से लगातार डॉक्टर गोविंद सिंह चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि, गोविंद सिंह ने पहला चुनाव जनता दल से लड़ा था। 7 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके गोविंद कांग्रेस पार्टी में बड़ा कद रखते हैं। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से अंबरीश शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। हथियार रखने और महंगी गाड़ियों को शौकीन अंबरीश शर्मा भी पूरे दम खम के साथ चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं।
भाजपा के अंबरीश शर्मा
बीजेपी प्रत्याशी अंबरीश शर्मा हथियार रखने के शौकीन हैं। वहीं उनकी पत्नी के पास महंगी कारें है जिनकी कीमत दो करोड़ से ज्यादा है। अंबरीश शर्मा वर्ष 2018 में बीएसपी से विधानसभा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे तब उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र में एक डेढ़ लाख कीमत के हथियार थे। बीजेपी प्रत्याशी अम्बरीष शर्मा से ज्यादा की संपत्ति उनकी पत्नी के पास है। बीजेपी प्रत्याशी का व्यापार ट्रांसपोर्ट है। वहीं उनकी पत्नी का गल्ला का व्यापार है। बीजेपी प्रत्याशी के पास चल अचल संपत्ति करीब 64 लाख 12 हजार और पत्नी के करीब 2 करोड़ 47 लाख 53 हजार की है।
कांग्रेस के डॉ. गोविंद सिंह
लहार विधायक और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने दिए गए शपथ पत्र के अनुसार मुख्य रूप से वो कृषक है। पत्नी की आय किराया व खेती है। उनके पास नकदी 3 लाख 35 हजार, पत्नी पर 2 लाख 43 हजार है। डॉ गोविंद सिंह व उनकी पत्नी पर चल संपत्ति 96 लाख नौ हजार रुपए की है। 2.50 करोड़ की जमीन स्वयं के नाम और पत्नी के नाम 30 लाख की खेती की जमीन है। लहार में डॉ गोविंद सिंह के पास मकानख, दुकानें, भोपाल में तीन आवास हैं जिसमें एक आवंटित है। पत्नी के पास ग्वालियर में दो आवास है। नेता प्रतिपक्ष की खेती मड़ोरी, लहार, नानपुरा कीरतपुरा छिवावली मौजे में हैं। उनके और उनकी पत्नी के पास ग्वालियर भोपाल, भिंड और लहार में आवास हैं।
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पिछले चुनाव के नतीजे
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता गोविंद सिंह ने भाजपा नेता रसाल सिंह को 9,073 वोटों से हराया था। उस दौरान गोविंद सिंह को 62,113 और रसाल सिंह को 53,040 वोट मिले। इससे पहले 1990 तक हुए चुनावों के दौरान भी डॉ. गोविंद सिंह ही यहां से विधायक चुने गए हैं। वहीं इस बार भी कांग्रेस ने गोविंद सिंह को ही प्रत्याशी बनाया है। जबकि भाजपा ने अपने प्रत्याशी के तौर पर अंबरीश शर्मा को टिकट दिया है। वहीं, भाजपा को उम्मीद है कि वो इस बार कांग्रेस के इस अभेद किले वाली सीट पर कब्जा जमाने में सफल होगी। फिलहाल ये देखना रोचक होगा कि जनता किस पार्टी के नेता को इस बार विधानसभा पहुंचाती है।
लहार विधानसभा के मतदाता
निर्वाचन आयोग द्वारा कुछ दिन पहल जारी की गई मतदाताओं की फायनल सूची के अनुसार लहार विधानसभा सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 2 लाख 59 हजार 276 है। इनमें पुरुष वोटरों की संख्या 1 लाख 40 हजार 426 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 18 हजार 42 है। इस सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां ठाकुर, ओबीसी और ब्राह्मण समाज के मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं।
विधानसभा की जनता की आवाज
1- जिले में कम से कम 6 फ्लाईओवर होना चाहिए, रेलवे क्रॉसिंग, लहार रोड, सुभाष तिराहे से इंदिरा गांधी चौराहे तक फ्लाईओवर बनने चाहिए।
2- औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर को मिलने वाले अनुदान का हिस्सा भिंड में भी खर्च होना चाहिए।
3- जिला नदियों से घिरा हुआ है। यहां डैम बनाकर विद्युत उत्पादन की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे न सिर्फ जिले की बिजली जरूरतों की आपूर्ति होगी, बल्कि हम अन्य राज्यों को बिजली बेचने में भी सक्षम होंगे।
4- प्रदेश में सबसे ज्यादा शहीद भिंड जिले में हैं। यहां राष्ट्रीय नहीं तो कम से कम प्रदेश स्तर का शहीद स्मारक बनाया जाना चाहिए।
5- जिले में उच्च तकनीकी या व्यावसायिक शिक्षण संस्थान की स्थापना होनी चाहिए।
6- गो-अभयारण्य बनना चाहिए, ताकि फसलें सुरक्षित हो सकें और किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके।
7- अमायन क्षेत्र 33 साल से नहर का मुद्दा का लंबित है। घोषणाएं हुईं, आवास बने, पर अबतक नहर नहीं आई।
8-यातायात और यात्री परिहवन व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए।
9- विधायकों की पेंशन बंद होनी चाहिए।
Updated on:
03 Dec 2023 09:29 am
Published on:
28 Oct 2023 09:54 pm
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