
फोटो सोर्स: पत्रिका
मध्यप्रदेश में एरियर को लेकर सभी अधिकारी, कर्मचारी परेशान हैं। राज्य के ज्यादातर जिलों में एरियर भुगतान को लेकर कर्मचारी संगठन सक्रिय हुए हैं और वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन देकर धरना, प्रदर्शन, आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। राज्य के अन्य हिस्सों की तरह ग्वालियर चंबल संभाग में भी विभिन्न एरियर्स देने की मांग की जा रही है। भिंड में तो
शिक्षक एरियर सहित अन्य मांगों के समर्थन में आंदोलन पर उतारु हो गए। स्थानीय विधायक ने भी शिक्षकों के समर्थन में हस्तक्षेप किया जिसके बाद तुरंत एरियर भुगतान के आदेश जारी कर दिए गए। इतना ही नहीं, एरियर देने में अड़ंगा लगानेवाले डीडीओ और संबंधित लिपिक के वेतन भुगतान पर रोक भी लगा दी।
भिंड के शिक्षा विभाग के अंतर्गत पदस्थ शिक्षकों के छठवें एवं सातवें वेतनमान के साथ क्रमोन्नति के एरियर भुगतान अविलंब करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षकों के आंदोलन और विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह के हस्तक्षेप के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इस संबंध में गुरुवार देर शाम आदेश जारी कर दिए।
इसके साथ ही कलेक्टर ने आहरण संवितरण अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारियों और वेतन आहरण लिपिकों के वेतन भुगतान पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। कलेक्टर ने कहा कि छठवें एवं सातवें वेतनमान के वेतन निर्धारणों का भी अनुमोदन नहीं कराया गया है। इससे एरियर भुगतान में विलंब हो रहा है, इसलिए डीडीओ व संबंधित लिपिकों के वेतन रोके गए हैं।
सेवानिवृत कर्मचारियों के लिए एक दिन निर्धारित
शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों और शिक्षकों के स्वत्वों के भुगतान में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए भी कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नई व्यवस्था कर दी है। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि कलेक्टर कार्यालय के मीटिंग हाल में प्रत्येक बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार को समस्त वेतन आहरण लिपिक बैठेंगे और स्वत्वों की निराकरण की प्रक्रिया पूरी करवाएंगे। आवश्यकता पडऩे पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, आहरण संवितरण अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
Updated on:
03 Jan 2025 08:24 pm
Published on:
03 Jan 2025 08:23 pm
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