
खेतों में सरसों की पकी फसल पर मंगलवार की शाम कहर बनकर आई। लहार क्षेत्र के करीम एक दर्जन गांव में ओलावृष्टि हुई। इन गांवों में पहले दो मिनट तक ओले बरसे, फिर बारिश शुरू हो गई। पंद्रह मिनट तक झमाझम बारिश के साथ ही दोबारा ओलावृष्टि होने लगी। किसानों के मुताबिक दस मिनट तक चना और बेर के आकार के ओले गिरे हैं, जिससे सरसों की फसल में 50 फीसदी तक नुकसान हो गया है। वहीं प्रशासन ओलावृष्टि से फसलों में 20 फीसदी नुकसान मान रहा है। तहसीलदार के निर्देश पर प्रभावित गांवों में देर शाम राजस्व विभाग के पटवारी जायजा लेने पहुंचे।
राजस्व पटवारी करेंगे सर्वे
लहार में ओलावृष्टि के साथ ही शहर के अटेर रोड पर हल्की बूंदाबांदी हुई है। ओले पड़ने की सूचना पर प्रशासन ने राजस्व पटवारियों को सर्वे के लिए आदेश जारी किए हैं। बुधवार से प्रभावित गांवों में पहले अधिकारी पहुंचें, जिसके बाद पटवारियों के माध्यम से सर्वे कराया जाएगा। गांवों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। जिसके आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
इन गांवों में पड़े ओलेमंगलवार की शाम चार बजे से अचानक मौसम बदल गया। असवार क्षेत्र में आधा दर्जन गांवों में बारिश के साथ ओले गिरे। असवार, चिरूली, करियावली, सिकरी, इकमिली, लोटमपुरा, निसार, खोड़न आदि गांव में ओलावृष्टि के साथ बारिश भी हुई है, जिससे किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। ओलावृष्टि से सरसों की पकी फसल में फलियां चटक गई हैं। जिन खेतों में सरसों की फसल अभी पक रही है, उसमें भी नुकसान है। वहीं गेहूं, मसूर की फसल में भी दस फीसदी तक नुकसान बताया जा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
किसानों को 21, 22 फरवरी को भी मौसम की मार झेलनी पड़े सकती है। आज एक बार फिर ओलावृष्टि के साथ हा बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के भिंड और लहेरा के कई गांवों में बुधवार को 21 मिनट तक लगातार बारिश का और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
ओलावृष्टि से 20 फीसदी तक नुकसान की संभावना है। सर्वे के बाद ही तय होगा कि कितना नुकसान फसल में हुआ है। उसी के आधार पर मुआवजा तय किया जाएगा।
- रामसुजान शर्मा, उप संचालक, कृषि विभाग भिण्ड
Updated on:
21 Feb 2024 02:03 pm
Published on:
21 Feb 2024 01:14 pm
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