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विश्व की लाइब्रेरियों में सबसे पुरानी पुस्तक वेद

भक्ति करने से ही भव से पार होगा प्राणी

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विश्व की लाइब्रेरियों में सबसे पुरानी पुस्तक वेद

विश्व की लाइब्रेरियों में सबसे पुरानी पुस्तक वेद

भिवानी/फिरोजपुर झिरका. आर्य जगत की प्रसिद्ध वैदिक प्रवक्ता साध्वी डा. पुष्पा शास्त्री ने कहा विश्व की लाइब्रेरियों में सबसे पुरानी पुस्तक वेद है। सरस्वती महर्षि दयानंद ने लोगों को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त किया।
आर्य समाज के 66वीं वार्षिकोत्सव के अवसर पर आर्य समाज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पुष्पा शास्त्री लोगों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा देश में फैले पाखंड़ों से आर्य समाज ने ही मुक्ति दिलाई। उन्होंने कहा सबसे बड़ा स्वर्ग उस घर में है जहां बुर्जुगों का सम्मान और सेवा होती है, भाइयों के साथ- साथ संपूर्ण परिवार में प्रेम होता है। उन्होंने कहा अहंकार व द्वेष की भवना मनुष्य के पतन का कारण बनती है।
उन्होंने कहा कर्म प्रधान होता है। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अच्छे कर्म करने चाहिएं। गरीब, बेसहारा, मजबूर, मजलूम की सहायता करनी चाहिए। बीमार होने पर दवाओं से ज्यादा लोगों की दुआएं काम करती हैं। यज्ञ की ब्रह्मा डा पुष्पा शास्त्री ने वैदिक रीती से मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ करवाने के साथ-साथ संगीतमय तरीके से भजन सुनाकर लोगों को भक्तिरस से ओातप्रोत करने के साथ उनमें देशभक्ति का संचार किया।

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