इस तरह बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
वैसे तो मार्केट में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई तरह की दवाइयां मिल जाती हैं, लेकिन इन दवाओं के कई साइड इफेक्ट भी हैं। इसलिए अगर हम कुछ चीजों का ध्यान रखते हुए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का प्रयास करते हैं, तो वो लंबे समय समय तक हमारे स्वास्थ के लिए लाभकारी होगा। तो आइये जानते हैं कि, हम बिना दवाइयों के घर में रहकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढञा सकते हैं।
-पूरी नींद लें
काम की भाग दौड़ में अकसर लोग बेहद कम नींद ले रहे हैं। इससे तनाव तो बढ़ता ही है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी तेजी से कमजोर होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना कम से कम 6 गंटे की नींद लेनी चाहिए। कुछ दिनो पहले हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि, 5 घंटों से कम नींद लेने वाले व्यक्ति को ब्लड प्रेशर, शुगर, कैंसर और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसलिए पर्याप्त नींद लें।
-धुम्रपान-तंबाकू सेवन से कर लें तोबा
आजकल नौजवानों में तंबाकू सेवन और धुम्रपान का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते ये काफी कम उम्र में कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। धुम्रपान और तंबाकू सेवन से कर्क रोग तो हो सकता ही है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती है, जिससे कोई छोटी से छोटी बीमारी भी जानलेवा हो सकता है। इसलिए, तंबाकू उत्पादों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। इसके बजाय हरी सब्जियां, फल और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें, ताकि, जो पैसे नशा करके शरीर को नुकसान पहुंचाने में खर्च हो रहे हैं, वो आपके बेहतर स्वास्थ में खर्च हों।
प्रोबायोटिक आहारों का करें सेवन।
-सूरज की सेक लें
सूरज की रोशनी से हमारे शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन-डी और कैल्शियम प्राप्त होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ साथ हमारी हड्डियां और मसल्स को मजबूत करता है। इसलिए, बेहतर होगा कि, आप सुबह जल्दी उठें और कम से कम 30 मिनट सामने और पीठ की ओर धूंप की सेंक लें। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी तेजी से मजबूत होगी।
इम्यून सिस्टम तेजी से मजबूत करते हैं ये फूड्स, करें जाइट में शामिल
-लहसुन
लहसुन में भारी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो हमारे इम्यून सिस्टम को बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने की शक्ति देते हैं। इसमें एलिसिन नामक ऐसा तत्व होता है, जो शरीर को इन्फेक्शन और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार होते हैं। रोजाना भोजन में लहसुन के इस्तेमाल से पेट का अल्सर और कैंसर से भी रोकथाम होती है। रोजाना सुबह लहसुन की दो कलियों का सेवन हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है।
-पालक
इस पत्तेदार सब्जी को सुपर फूड भी कहा जाता है। इसमें आयरन तो भरपूर मात्रा में होता ही है, साथ ही फोलेट नामक ऐसा तत्व भी होता है, जो शरीर में नई कोशिकाएं बनाने के साथ इनमें मौजूद डीएनए की मरम्मत भी करता है। इसमें मौजूद फाइबर आयरन, एंटीऑक्सीडेंट तत्व और विटामिन-सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखते हैं। उबले पालक के सेवन से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है और कब्ज में राहत पहुंचाता है।
-मशरूम
रोग-प्रतिरोधक क्षमता से लड़ने के लिए सदियों से दुनियाभर में मशरूम का सेवन किया जाता रहा है। यह श्वेत रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करने में मदद करता है। इसमें सेलेनियम नामक मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट तत्व विटमिन-बी, रिबोफ्लैविन और नाइसिन नामक तत्व पाए जाते हैं। इनके कारण मशरूम में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी-ट्यूमर तत्व पाए जाते हैं। शिटाके, मिटाके और रेशी नामक मशरूम की प्रजातियों में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाती हैं। रोजाना 30 ग्राम मशरूम का सेवन इम्यून सिस्टम को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखता है।
-ब्रोकली
ब्रोकली में विटमिन-ए और सी के अलावा ग्लूटाथियोन नामक एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने वाली ऐसी सब्जी है, जिसे आप रोजमर्रा के भोजन में आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें थोड़े से पीनर के साथ स्टीम्ड ब्रोकली मिलाकर स्वादिष्ट सैलड तैयार कर सकते हैं, जिससे शरीर को पर्याप्त प्रोटीन और कैल्शियम मिलता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।