हितेश अवधपुरी सौम्य पार्कलैंड कॉलोनी में पिता अजीत बरई के साथ रहता था। वह बीई के बाद बेंगलुरु स्थित आईबीएम कंपनी में नौकरी कर रहा था। इन दिनों वर्क फ्रॉम होम के चलते भोपाल आया था। पिता मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट में लैब असिस्टेंट हैं।
तूहीन मांझी अवधपुरी स्थित आधारशिला गोल्डन जिम में जाता था, बाकी के सभी युवक भी उसके संपर्क में वहीं पर आए थे एवं सभी में दोस्ती हुई थी। शनिवार रात सभी घूमने घर से निकले थे। जैसा कि घर वालों ने बयान में भी बताया है कि वो घूमने का कहकर निकले थे। होशंगाबाद रोड होते हुए 11 मील के आगे स्थित ढाबे पर सभी भोजन करने जा रहे थे तभी यह घटना हो गई।
दो बहनों में इकलौता भाई अवधपुरी में रहने वाले अरविंद पांडे का बेटा आदित्य पांडे इंदौर में बीएएलएलबी की पढ़ाई कर रहा था। वह थर्ड ईयर का स्टूडेंट था, अरविंद के पिता बैंक में मैनेजर हैं। मृतक एडवोकेट कुलदीप रघुवंशी के पास प्रैक्टिस करने भी जाता था।
मृ तक आदित्य पांडे का मोबाइल फोन का लॉक खुला हुआ पाया गया, जिसके बाद टीआइ ने उसके घर का नंबर तलाश कर फोन लगाया। फोन आदित्य पांडे की मां ने उठाया। रोते हुए परिजन रात में ही मौके पर पहुंचे। मां ने बताया कि बेटा सुबह आऊंगा बोल कर निकला था। घायल कृतज्ञ के परिजन एवं पिता मुकेश भी आदित्य के परिवार के साथ पहुंचे थे। यहां से मुकेश पुरारिया जेपी अस्पताल गए और वहां से अपने घायल बेटे को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल चले गए।
तू हीन अपने दोस्त हितेश की कार चला रहा था। उसकी शिनाख्त मामा ने की। मामा ने बताया कि तूहीन की मां अब दूसरी शादी कर रायपुर जा चुकी हैं। मृतक अपने पिता मलटू रंजन मांझी के साथ अवधपुरी में रहता था और इन दिनों प्राइवेट काम कर रहा था।
लोकेश सिन्हा पिता दिलीप सिन्हा गुडग़ांव में निजी सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करता था। वह वर्क फ्रॉम होम में भोपाल आया हुआ था और अपने दोस्तों के साथ घूमने निकला था।
गंभीर घायल युवक कृतज्ञ पुरारिया केपिता मुकेश पूरारिया डायल 100 हेडक्वार्टर में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है, वह जिम जाता था और वहीं पर उसकी बाकी युवकों से पहचान हुई थी।
निरंजन शर्मा, टीआई, मिसरोद