
बैंक खाता धारकों के लिए खास खबर: इस एक लापरवाही से बचें वरना गंवा बैठेंगे अपना सारा पैसा
भोपाल। मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में हो रहे आॅनलाइन फ्रॉड को देखते हुए। अब हर कोई इससे सुरक्षा के तरीके खोजने में लगा हुआ है। ऐसे में जहां अपना सीवीवी नंबर किसी से शेयर न करने के साथ ही ओटीपी भी किसी को न देने की बात को लेकर तो हर कोई जागरुक करता ही है। लेकिन इसके बावजूद कई लोग भूलवश या गलती ( account holders don't do this type of Negligence) के चलते अपना पैसा गवां बैठते हैं।
वहीं जानकारों का मानना है कि जरा सी चूक उपभोक्ताओं को बहुत भारी पड़ती है। वहीं इस मामले को लेकर सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर ओपी गुप्ता का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों (SBI Customers) को एक खास बात का अच्छे से ध्यान रखना आवश्यक है वरना उन्हें पैसे का नुकसान झेलना पड़ सकता है।
दरअसल आजकल कई बार फोन पर आपसे बैंक के नाम पर जानकारी मांगी (Online Fraud) जाती है, और ये ठग खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हैं। इस संबंध में बैंकों का कहना है कि हम कभी भी किसी भी तरह की जानकारी फोन पर नहीं लेते। यदि ऐसा होता है तो या तो आप अपनी ब्रांच आकर यहां से जानकारी लें, या ये आपके साथ धोखेबाजी हो रही है।
हां कई बार फोन आते हैं कि हम आपके इस बैंक से बोल रहे हैं, आपकी कार्ड को ब्लाक किया जा रहा है। यदि आप ये नहीं चाहते हैं तो कृपया ये जानकारी दें। लेकिन अब कई उपभोक्ता जागरुक हो गए हैं तो वे ये जानकारी नहीं देते और बच जाते हैं, ऐसे फ्रॉड (Online Fraud)से।
- मुकेश गोयल, दुकानदार
हां मेरे पास भी फोन आ चुके हैं, जैसे आपका सीवीवी नंबर मांगने सहित कई मामलों में, लेकिन मैंने किसी को नहीं दिया। अब तो अपनी मां का सरनेम (Online Fraud)भी किसी को नहीं बताना है।
- आशीष मिश्रा, मैनेजर निजी कंपनी, भोपाल
ये रखें खास सावधानी...
गुप्ता का कहना है कि डेबिट कार्ड होल्डर्स अपनी मां का सरनेम किसी से शेयर न करें, वरना उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि जब आप अपने डेबिट कार्ड का पासवर्ड चेंज करेंगे तो सिक्योरिटी क्वेश्चन में मां का सरनेम या आपका पैट नेम देना होता है। इसलिए सरनेम या अपना पैट नेम किसी से शेयर न करें (account holders never do this Negligence), क्योकिं ऐसा करने से आप ठगी के शिकार हो सकते हैं।
उनके कहना है कि आजकल हैकिंग और ऑनलाइन फ्रॉड के मामले काफी बढ़ गए हैं। इसी को देखते हुए बैंक ने लोगों से ऐसा करने की अपील की है। जरूरी है कि लोग हैकर और फ्रॉड से बचने के लिए इंटरनेट बैंकिंग की यूजर आईडी और पासवर्ड गोपनीय रखें। पासवर्ड भी मुश्किल रखें, क्योंकि आसान पासवर्ड हैकर क्रैक (account holders dom't do this type of Negligence) कर लेते हैं। इसके अलावा समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
ब्रांच कोड और IFSC कोड बदलें...
इसके अलावा बैंक ने देशभर में अपनी 1200 से ज्यादा शाखाओं के ब्रांच कोड और IFSC कोड बदल दिए हैं। ब्रांचों का नाम भी बदल (state bank of india changed rule) दिया गया है। कई पुरानी ब्रांच को नई शाखाओं में जोड़ दिया है। इसकी लिस्ट वेबसाइट पर अपलोड है, सभी जोनल और सर्किल ऑफिस में भी यह मौजूद है।
जानिये नए कोड...
वहीं यदि आप ऑनलाइन ट्रांसफर करते हैं तो आपके लिए आईएफएससी कोड (SBI changed rule) बेहद जरूरी है, इसलिए आपको इन नये बदलावों के बारे में जरूर पता कर लेना चाहिए, ताकि कोई दिक्कत न आए।
SBI bi.co.in/webfiles/uploads/files/RATIONALISED_BRANCHES_WITH_IFSC.pdf">लिस्ट देखने के लिए यहां करें क्लिक : SBI New Rules
इन बातों को कभी न करें शेयर...
1. अपनी मां का सरनेम किसी से शेयर न करें।
2. इंटरनेट बैंकिंग का यूजर आईडी और पासवर्ड गोपनीय रखें।
3. समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
4. सीवीवी नंबर और ओटीपी किसी से शेयर न करें।
Published on:
17 Jun 2018 12:25 pm
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