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एसिडिटी को ना करें नज़रअंदाज़, देता है कैंसर से लेकर हार्ट अटैक का संकेत, जानिए वजह

एसिडिटी को ना करें नज़रअंदाज़, देता है कैंसर से लेकर हार्ट अटैक का संकेत, जानिए वजह

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एसिडिटी को ना करें नज़रअंदाज़, देता है कैंसर से लेकर हार्ट अटैक का संकेत, जानिए वजह

भोपालः लंबे समय तक किसी एक स्थान पर बठकर काम करने या सही समय पर खाना ना खाने वाले लोगों को एसिडिटी की समस्या होना आम बात हो गई है। इका कारण ये है कि, आमतौर पर ये लोग खाना खाने के बाद पैदल चलने का समय नहीं निकाल पाते। जिसका परिणाम ये होता है कि, इन्हें सीने में जलन ऐर पड़ने की शिकायत रहने लगती है। इस समस्या से दो चार होने वाला व्यक्ति कई तरह के इलाज कराने के बावजूद भी पूरी तरह इस समस्या का निराकरण नहीं कर पाता। एसिडिटी की इस समस्या को एसिड रिफ्लेक्‍स भी कहा जाता है, जिसमें होने वाली पीड़ा सिर्फ पीड़ित व्यक्ति ही समझ पाता है। इस गंभीर समस्या के बारे में बताया राजधानी भोपाल के निजी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. नाजिम अली ने।

एसिडिटी एक पाचन विकार होता है जो एक तरह का लक्षण भी हो सकता है, जो आज एक सामान्य समस्या का रूप लेता जा रहा है। पहले इसकी एक उम्र तय थी कि, चालीस से पचास साल के बीच लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होने के कारण ये समस्या उत्पन्न होने लगती थी, लेकिन अब तो ये किसी भी वर्ग आयु के लोगों को हो सकता है। इस समस्या से अब युवा, बूढ़े ही नहीं बल्कि बच्‍चे भी पीड़ित हैं। इसका बड़ा कारण है अनियमित जीवनशैली और असंतुलित आहार। एसिड रिफ्लेक्‍स एक ऐसी अवस्‍था है जिसमें पेट और लिवर में पाचन एसिड्स और बाइल रस का उत्‍पादन कुछ ज़्यादा ही हो जाता है जो कि पेट और आंतों में पीड़ा उत्पन्न करता है। हम में से कई लोग सोचते हैं कि पेट में बनने वाले एसिड बहुत ज़्यादा ताकतवर नहीं होते हैं। हालांकि, पाचन रसायन बहुत शक्‍तिशाली होते हैं क्‍योंकि ये हमारे द्वारा खाए गए खाने को तोड़ने में मदद करते हैं।

जब पाचन फ्लूइड और एसिड बहुत ज़्यादा बन जाते हैं तो ये शक्‍तिशाली एसिड पेट में पीड़ा उत्पन्न करने लगते हैं, जिससे जलन होने लगती है। ये समस्या आजकल इतनी आम हो चली है कि, कई लोग तो इसे नज़रअंदाज़ करते रहते हैं। हालांकि, एसिडिटी को नज़रअंदाज़ करना कई सेहत संबंधित समस्‍याओं को बुलावा देता है, क्‍योंकि पाचन तंत्र हमारे शरीर का सबसे महत्‍वपूर्ण और सक्रिय हिस्‍सा होता है। इसलिए अगर आप या आपके परिचय में कोई व्यक्ति इस समस्या से झुझ रहा है, तो तुरंत ही उसे पेट से संबंधित चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। तो आइये जानते हैं बार-बार एसिडिटी की समस्या को नज़रअंदाज़ करना किन बीमारियों को बुलावा दे सकता है।

-पेट का अल्‍सर
पेट में बनने वाले पाचन एसिड्स काफी ताकतवर होते हैं। एसिडिटी होने पर पेट में लगातार पाचन एसिड्स बनने लगते हैं और इस वजह से पेट की लाइनिंग को दिक्‍कत होने लगती है जोकि पेट के अल्‍सर का भी रूप ले सकती है।

-हर्निया
जब पेट की मांसपेशियों का एक हिस्सा पेट के क्षेत्र में डायाफ्राम (मांसपेशी परत जो छाती और पेट को अलग करता है) के माध्यम से ढकेलता है, तो यह हाइटल हर्निया बीमारी का कारण बनता है। इस बीमारी में खाना और पाचन एसिड पेट से वापस सीने में आने लगता है। इससे एसिडिटी होने लगती है।

-कैंसर
लगातार एसिडिटी की शिकायत रहने पर नियमित चेकअप कराते रहना बहुत ज़रूरी है। पेट कैंसर का शुरुआती चरण एसिडिटी ही होता है क्‍योंकि कैंसर कोशिकाएं पेट की लाइनिंग को दिक्‍कत देती हैं और अत्‍यधिक पाचन फ्लूइड पैदा करती है। इसलिए अगर आप लगातार एसिडिटी की समस्‍या से ग्रस्त रहते हैं, तुरंत ही चिकित्सक से परामर्श करें।

-हार्ट अटैक
बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि एसिडिटी और हार्ट बर्न हार्ट अटैक का शुरुआती संकेत होता है। हार्ट अटैक से पहले सीने में जलन, छाती में कसावट, जी मितली आदि संकेत मिलते हैं। कुछ एसिडिटी को मामूली समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। हार्ट अटैक आने से पहले आपको इस समस्‍या का निदान कर लेना चाहिए।