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AIIMS: अब QR कोड स्कैन करते ही पता चलेगा, आपको कौन सी बीमारी है ?

भोपाल। हर व्यक्ति हर शंका का गूगल सर्च के जरिए तुरंत समाधान चाहता है। मरीज अपनी बीमारी के बारे में सर्च करता है तो तमाम जानकारियां मिलती हैं। लेकिन, ध्यान देने की बात यह है कि इंटरनेट पर स्वास्थ्य संबंधी तमाम जानकारियां हर बीमारी का उसके लक्षण के अनुसार सही इलाज नहीं सुझातीं।

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AIIMS

सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव के अनुसार स्वास्थ्य या डाइट संबंधी कोई जानकारी देख रहे हैं तो उसमें एक्सपर्ट कोट्स या उससे जुड़ी रिसर्च को ही पढ़े। लेकिन, बीमारी का इलाज डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।

दवाओं के लिए भी ऐप

दवाओं की सही जानकारी देने के उद्देश्य से फार्मा सही दाम मोबाइल एप एनपीपीए द्वारा शुरू किया गया है। एप का उद्देश्य लोगों को दवाओं का सही विकल्प और सही कीमतों की जानकारी देना है। जिससे लोग इंटरनेट पर खास लॉबी द्वारा किसी एक ब्रांड का हो रहे प्रमोशन से बचाया जा सके।

एम्स, भोपाल ने अस्पताल में लोगों की मदद के लिए क्यूआर कोड के जरिए उनके अक्सर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देने की पहल की है। शिशु रोग विभाग में कई इस तरह से कई टॉपिक्स पर जानकारियां दी जा रही हैं।

इंटरनेट पर बीमारी या दवा की जानकारी तो है, मगर क्लीनिकल संबंधी जानकारियां नहीं है। क्या सही है या क्या गलत यह एक डॉक्टर ही बता सकता है। इंटरनेट पर इलाज से जुड़ी सिर्फ 5 फीसदी जो जानकारियां हैं। जबकि चिकित्सक 8 से 10 साल की प्रैक्टिस पर इलाज करता है।

डॉ.रुचि सोनी, जीएमसी की असिस्टेंट प्रोफेसर