28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘एयरफोर्स के विंग कमांडर ने अमित शाह बनकर राज्यपाल से फोन पर की बात’, दोस्त को कुलपति बनाने के लिए की सिफारिश

neमध्यप्रदेश एटीएस ने एयरफोर्स के विंग कमांडर कुलदीप वाघेला और डॉ चंद्रेश शुक्ला को गिरफ्तार किया

2 min read
Google source verification
03_1.png


भोपाल/ मध्यप्रदेश एटीएस ने एक हाईप्रोफाइल रैकेट का खुलासा किया है। जिसने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम पर कुलपति की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा हो रहा था। भारतीय वायु सेना का विंग कमांडर कुलदीप वाघेला ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से अमित शाह बनकर फोन पर बात की। साथ ही अपने दोस्त डॉ चंद्रेश शुक्ला को कुलपति बनाने की सिफारिश की।

दरअसल, जबलपुर में स्थित मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति के लिए पिछले दिनों आवेदन मांगे गए थे। इस पद के लिए भोपाल के साकेत नगर निवासी डॉ चंद्रेश शुक्ला ने आवदेन दिया था। चंद्रेश शुक्ला पेशे से डेंटल सर्जन है। बताया जा रहा है कि राजभवन का यह पैनलिस्ट डॉक्टर भी है। तीन जनवरी को चंद्रेश शुक्ला का इस पद के लिए इंटरव्यू हुआ था।

विंग कमांडर दोस्त से किया संपर्क
इंटरव्यू देने के बाद डॉ चंद्रेश शुक्ला ने अपने विंग कमांडर दोस्त कुलदीप वाघेला से संपर्क किया जो एयरफोर्स हेडक्वार्टर नई दिल्ली में पोस्टेड है। चंद्रेश ने अपनी नियुक्ति के लिए गर्वनर के पास किसी से सिफारिश करवाने की बात कही। बातचीत के दौरान दोनों में अमित शाह के नाम पर सहमति बनी। विंग कमांडर कुलदीप वाघेला करीब तीन साल तक मध्यप्रदेश राजभवन में तैनात रह चुका है।

राजभवन में लगाया फोन
दोस्त के साथ सहमति बनने पर डॉ चंद्रेश शुक्ला ने राजभवन में फोन लगाया और कॉन्फ्रेंस कर अपने मित्र विंग कमांड कुलदीप वाघेला से बात की। उसके बाद अमित शाह के रूप में महामहिम राज्यपाल से बात कराई। वार्तालाप के दौरान शंका होने पर राज्यपाल कार्यालय द्वारा इस संबंध में गृह मंत्री कार्यालय, भारत सरकार से संपर्क करने पर उक्त फोन को फर्जी व्यक्ति द्वारा किया जाना पाया गया।

पुलिस में शिकायत की
फोन फर्जी पाए जाने पर राजभवन कार्यालय द्वारा परिसहायक के माध्यम से धोखाधड़ी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जांच के बाद एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ के अनुसार डॉ चंद्रेश कुमार शुक्ला भोपाल में डेंटल वर्ल्ड नाम क्लिनिक भोपाल में चलाते हैं। वहीं, विंग कमांडर पहले राज्य के परिसहायक के रह चुके हैं। मामले में अभी जांच जारी है।


जांच जारी
वहीं, एसटीएफ के डीजी ने कहा है कि गिरफ्तारी के बाद दोनों से पूछताछ की जा रही है। क्या पहले भी इन दोनों ने इस तरह का कोई फर्जीवाड़ा किया है। क्योंकि कुलपति की नियुक्ति के लेकर एसटीएफ को पहले भी ऐसी कई शिकायतें मिली हैं। साथ डॉ चंद्रेश शुक्ला डेंटल एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है। एसटीएफ इस मामले में और जांच इसलिए भी करना चाहती है कि भारतीय वायु सेना का अधिकारी भी इसमें शामिल है।